India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में नगर निगमों को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। अब इन तीनों शहरों में एक-एक ही नगर निगम होगा। इसके लिए स्वायत्त शासन विभाग ने नई अधिसूचना जारी कर दी है। सरकार पहले से ही इसके संकेत दे रही थी, लेकिन अब इसे आधिकारिक रूप से लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नगर निगमों का होगा एकीकरण
राज्य सरकार के नए आदेश के अनुसार, जयपुर, जोधपुर और कोटा में पहले दो-दो नगर निगम* थे, जिन्हें अब एकीकृत कर दिया जाएगा। इस फैसले के तहत वार्डों की संख्या का पुनर्निर्धारण किया जाएगा और नगर निगमों का नया परिसीमन किया जाएगा। सरकार ने 305 नगरीय निकायों में परिसीमन और पुनर्गठन की प्रक्रिया की समय-सीमा बढ़ाकर 15 मई 2025 कर दी है। परिसीमन का आधार 2011 की जनगणना होगी।
नए वार्ड
जयपुर में नए सिरे से 150 वार्ड बनाए जा सकते हैं।
जोधपुर और कोटा में 100-100 वार्ड होंगे।
इससे पहले, विभाग ने 158 वार्डों का कार्यक्रम तय किया था, जिसे 1 मार्च 2025 तक पूरा करना है।
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निगरानी और कार्य योजना
इस परिसीमन कार्य की निगरानी के लिए राज्य भर्ती आयोग की सचिव अमृता चौधरी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। पूरी प्रक्रिया जिला कलक्टर के निर्देशन में होगी और सभी नगरीय निकायों के आयुक्त और अधिशासी अधिकारी इस काम को तय समय में पूरा करने के लिए जिम्मेदार होंगे। इसके अलावा, राज्य सरकार की मंत्रीमंडलीय उपसमिति परिसीमन और पुनर्गठन से जुड़े प्रस्तावों पर विचार करेगी और अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री द्वारा लिया जाएगा।
राज्य में नगरीय निकायों की स्थिति
राजस्थान में वर्तमान में कुल 305 नगरीय निकाय हैं, जिनमें शामिल हैं-
13 नगर निगम
52 नगर परिषद
240 नगर पालिकाएं
परिसीमन की महत्वपूर्ण तिथियां
16 फरवरी – 20 मार्च 2025- परिसीमन प्रस्ताव का प्रकाशन
21 मार्च – 10 अप्रैल 2025- आपत्ति और सुझाव आमंत्रित
11 अप्रैल – 1 मई 2025- सरकार को सुझावों पर टिप्पणी भेजना
2 मई – 15 मई 2025- आपत्तियों का निस्तारण और अनुमोदन
क्या होगा असर?
इस फैसले से नगर निगमों के प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा और विकास कार्यों की गति तेज होगी। एक नगर निगम होने से शासन को निर्णय लेने में आसानी होगी और संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा। राजस्थान सरकार का यह फैसला नगरीय प्रशासन को मजबूत करने और शहरों के समग्र विकास को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
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