India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान के गुड़ामालानी में अवैध रूप से संचालित ईंट भट्टों का जहरीला धुआं लोगों के लिए गंभीर संकट बन चुका है। इन ईंट भट्टों की चिमनियों से निकलने वाला धुआं न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रहा है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर
सबसे अधिक प्रभावित छात्र और छात्राएं हो रहे हैं, जिनकी परीक्षाएं निकट हैं। शहर में कई छात्रावास स्थित हैं, जहां धुएं के कारण बच्चों का पढ़ाई में ध्यान लगाना कठिन हो गया है। कई अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चे लगातार खांसी, सांस फूलने और आंखों में जलन की समस्या से परेशान हैं।
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अवैध रूप से संचालित ईंट भट्टे
जांच में यह सामने आया है कि अधिकांश ईंट भट्टे बिना लाइसेंस और बिना किसी सुरक्षा मानकों के चल रहे हैं। यहाँ काम करने वाले मजदूर बिना मास्क और सुरक्षा उपकरणों के काम करने को मजबूर हैं, जो श्रम कानूनों का सीधा उल्लंघन है। मुख्य बाजार से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित इन ईंट भट्टों का धुआं पूरे क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा है।
प्रशासनिक लापरवाही उजागर
स्थानीय निवासियों ने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। एसडीएम केशव कुमार मीणा का कहना है, “मामला मेरे संज्ञान में नहीं था, अब सूचना मिली है तो आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।” इस गंभीर समस्या पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी मौन है। क्षेत्र में वायु गुणवत्ता की जांच और प्रदूषण स्तर की निगरानी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई।
स्थानीय लोगों की मांग
गुड़ामालानी के नागरिकों ने प्रशासन से अवैध ईंट भट्टों को तुरंत बंद करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द से जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में इस क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो जाएगी। बच्चों और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई करनी होगी।
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