India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan News: टोंक के समरावता थप्पड़ कांड और उसके बाद हुए उपद्रव और हिंसा को लेकर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सरपंच संघ जिलाध्यक्ष मुकेश मीणा ने चौथ का बरवाड़ा में आयोजित महापंचायत के बाद सरकार को 15 दिसंबर 2024 तक का अल्टीमेटम दिया है।अल्टीमेटम में नरेश मीणा और जेल में बंद अन्य आरोपियों की रिहाई की मांग की गई है। आगजनी और हिंसा के दौरान समरावता में हुए नुकसान की भरपाई की मांग की गई है।

महापंचायत का फैसला

महापंचायत में सर्व समाज के पंच-पटेलों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि अगर मांगे 15 दिसंबर तक नहीं मानी गईं तो 16-17 दिसंबर को बड़े स्तर पर आंदोलन होगा। यह आंदोलन देवली-उनियारा क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा, हालांकि सटीक स्थान अभी तय नहीं है। आंदोलन में 50,000 से अधिक लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अल्टीमेटम सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बन सकता है, क्योंकि यह मामला स्थानीय से बढ़कर राज्यस्तरीय मुद्दा बनता जा रहा है।

कभी ईसाइयों का गढ़ था, फिर बन गया इस्लाम का केंद्र, जानिए सीरिया में बदलाव का इतिहास?

सरकार के पास दो विकल्प

मांगों को पूरा कर स्थिति को शांत करना। आंदोलन को रोकने के लिए प्रशासनिक कदम उठाना, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं। अगर सरकार मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो आंदोलन बड़े स्तर पर हो सकता है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है।

Delhi Bomb Threat News: दिल्ली में 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, ‘आप’ का अमित शाह पर चौतरफा हमला