India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Politics:  राजस्थान के उपचुनावों के परिणाम ने विधानसभा में गणित में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। 13 नवंबर को वोटिंग के बाद, 23 नवंबर को परिणाम घोषित हुए, जिसमें बीजेपी ने 5 सीटें जीतकर अपनी ताकत में इजाफा किया। अब बीजेपी के पास 119 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस 67 सीटों तक सिमट गई है, जो पहले 70 थी। भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) ने अपनी सीट चौरासी बचाई है और उसके पास अब भी 4 विधायक हैं।

इस चुनाव में सबसे बड़ा नुकसान आरएलपी को हुआ, जो खींवसर सीट हारने के बाद विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व खो बैठी है। इसके अलावा, बीएसपी के पास 2 विधायक और 8 निर्दलीय विधायक हैं, जो सदन की राजनीतिक स्थिति में असर डाल सकते हैं।
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अब 3 दिसंबर को राजस्थान विधानसभा में नवनिर्वाचित 7 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी, जिनमें बीजेपी, कांग्रेस और बीएपी के सदस्य शामिल हैं। इनमें प्रमुख नामों में दौसा से डॉ. जगमोहन मीणा, खींवसर से रेवतराम डांगा, सलूम्बर से शांता देवी मीणा, देवली-उनियारा से राजेन्द्र गुर्जर, झुंझुनूं से राजेन्द्र भांबू, रामगढ़ से सुखवंत सिंह और चौरासी से अनिल कटारा शामिल हैं।