India News RJ(इंडिया न्यूज़),Rajasthan Politics: उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने शनिवार को ब्यावर जिले के मसूदा उपखंड के देवमाली गांव का दौरा किया। इस गांव को बेस्ट टूरिस्ट विलेज का अवॉर्ड मिला है। अपने दौरे के दौरान उन्होंने ग्रामीण जीवन को करीब से देखा और महिलाओं के साथ चूल्हे पर पका खाना खाया। उपमुख्यमंत्री ने गांव की पहाड़ी पर स्थित भगवान देवनारायण के मंदिर के दर्शन भी किए। यहां उन्होंने कई बड़ी घोषणाएं कीं। दीया कुमारी ने गांव के मुख्य चौराहे पर लगे ‘आई लव देवमाली’ के पास खड़े होकर सभी पर्यटकों को देवमाली आने का निमंत्रण दिया।
दरअसल, दीया कुमारी ने देवमाली गांव का दौरा भी किया और गांव की गलियों में पत्थर और मिट्टी से बने घरों को देखा। उन्होंने गांव की जीवनशैली के बारे में भी जाना।
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दीया कुमारी ने गांव के लिए क्या कहा?
इस दौरान दीया कुमारी ने कहा कि देवमाली गांव से अन्य गांवों को भी सीख लेनी चाहिए ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पशुपालन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि अपनी पर्यावरण अनुकूल विशेषताओं के कारण देवमाली गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में शामिल किया गया है। देवमाली गांव में पर्यटन को बढ़ाने और भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों को हमारे गांव की वास्तविक संस्कृति से परिचित कराने के लिए देवमाली गांव एक मिसाल है। सरकार देवमाली गांव के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
आपको बता दें कि स्थानीय विधायक दीया कुमारी ने मंदिर के लिए रोपवे और ब्यावर से मसूदा तक फोरलेन सड़क की मांग की है, ताकि देवमाली आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके। ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री को मोबाइल टावर और कनेक्टिविटी की कमी के बारे में बताया, जिस पर उन्होंने तुरंत मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए।
ये हैं देवमाली गांव की खासियतें
गौरतलब है कि राजस्थान के ब्यावर जिले के मसूदा उपखंड में आने वाला देवमाली गांव अब अपनी वैश्विक पहचान बनाएगा। इस साल देवमाली को देश के सर्वश्रेष्ठ गांव का दर्जा दिया गया है। यहां के लोगों के पास लग्जरी गाड़ियां हैं, लेकिन घर कच्चे हैं। फर्श, छत, दीवारें, रसोई और बाथरूम सब कच्चे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गांव का हर व्यक्ति करीब 1100 साल पहले भगवान देवनारायण से किया गया वादा पूरा कर रहा है।
इस गांव के 500 से ज्यादा घरों में से किसी की भी छत पक्की नहीं है। यहां के लोग अपने घरों में ताला नहीं लगाते, गांव का क्राइम रिकॉर्ड भी जीरो है। इस गांव के बारे में मान्यता है कि भगवान देवनारायण ने इस गांव को आशीर्वाद दिया था।