India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Politics: राजस्थान के टोंक जिले में 13 नवंबर को हुए उपचुनाव वाले दिन काफी विवाद हुआ। वहज रहे कांग्रेस के निर्दलिय प्रत्याशी नरेश मीणा। क्योकि उन्होंने एक बात को लेकर SDM अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। अब ये मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जहां इसी कड़ी में टोंक जिले के समरावता गांव में हुई हिंसा और नरेश मीणा की गिरफ्तारी को लेकर चल रहा विवाद अब राजनीति का हिस्सा बन गया है।
बीजेपी नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने नाराजगी जताई
बीजेपी नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने नरेश मीणा के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए गांववालों को निर्दोष बताया और हिंसा में उनकी भूमिका को खारिज किया। उन्होंने नरेश मीणा के थप्पड़कांड को लेकर सवाल उठाए और कहा कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। उनका मानना है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी लेकर आता है, तो वह उसे खुद नहीं जलाएगा, और पुलिस की गाड़ी जलाने की भी जांच होनी चाहिए।
कलेक्टर सौम्या झा ने दी ये जानकारी
साथ ही, कलेक्टर सौम्या झा ने बताया कि नरेश मीणा के साथ जो समर्थक थे, उनमें से ज्यादातर बाहरी थे, और यह भी कहा कि यह सब एक ट्रैप था, जिसे प्रशासन ने समझदारी से नकारा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मतदान प्रक्रिया के दौरान नरेश मीणा को गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि उस समय उनका प्रचार करना कानूनी रूप से सही था।
इस मामले में बीजेपी नेता ने अपनी भूमिका को स्पष्ट किया और कहा कि उनका संघर्ष जनता के लिए था, न कि व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए। यह घटनाक्रम राजनीतिक तनाव और प्रशासनिक निर्णयों को लेकर कई सवाल खड़े करता है, जो आने वाले दिनों में और विवाद पैदा कर सकता है।