India News (इंडिया न्यूज़),Road Accident: राजस्थान के कोटा-लालसोट मेगा हाईवे पर शनिवार देर रात एक  भीषण सड़क हादसा  हो गया। इस हादसे में एक  तेज रफ्तार निजी बस बिजली के खंभे से टकराकर पलट गई। हादसे में  दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को  कोटा के एमबीएस अस्पताल  में भर्ती कराया गया है। यह घटना  बूंदी जिले के दही खेड़ा थाना क्षेत्र में  घाट का बराना के पास घटी।

हादसे की मुख्य जानकारी

डीएसपी आशीष भार्गव के मुताबिक, बस में सवार सभी लोग  रावतभाटा से चौथ का बरवाड़ा माताजी के मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। बस में करीब  50 श्रद्धालु  सवार थे। हादसा   घाट का बराना के पास घुमावदार सड़क और गड्ढों  के कारण हुआ। अंधेरा होने की वजह से भी ड्राइवर को सड़क की स्थिति ठीक से नजर नहीं आई, जिससे  बस का संतुलन बिगड़ गया  और वह खंभे से टकराकर पलट गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि  सड़क के किनारे खड़ा बिजली का खंभा भी टूट  गया।

रेस्क्यू ऑपरेशन और घायलों की स्थिति

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद  रेस्क्यू में काफी मुश्किलें आईं क्योंकि वहां अंधेरा था। राहगीरों और पुलिस ने तुरंत मिलकर घायलों को बस से बाहर निकाला। क्रेन की मदद से बस को सीधा किया गया।   घायलों को पहले  नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, फिर उन्हें  कोटा के एमबीएस अस्पताल में रेफर  कर दिया गया। इनमें से कुछ की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

मृतकों और घायलों की पहचान

हादसे में  62 वर्षीय अरविंद सिंह राजपूत और  28 वर्षीय अंतिम कुमार वैष्णव की मौत हो गई। घायल व्यक्तियों में  धापू बाई, रामली बाई, नारायण सिंह, कांताबाई, फूल कंवर, पुष्प कंवर, लाड कंवर, तोलाराम, रोशनी बाई, मोनिका, कलावती, पवन, और चंद्रकांता शामिल हैं। इन सभी घायलों का एमबीएस अस्पताल में इलाज जारी है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

पुलिस मामले की जांच कर रही है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। यह घटना हाईवे पर खराब सड़क स्थिति और उचित प्रकाश व्यवस्था की कमी के चलते हुई है, जिससे इस तरह की दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इस हादसे ने एक बार फिर  सड़क सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की खस्ताहाल स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को चाहिए कि इन घटनाओं से सबक लेते हुए हाईवे पर गड्ढों की मरम्मत और उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करे।