India News RJ(इंडिया न्यूज़),RSMSSB CET 2024: अभ्यर्थी से जनेऊ उतरवाने का मामला बड़ा मुद्दा बन गया है। विप्र फाउंडेशन ने सरकार से कार्रवाई की मांग की है। अभ्यर्थी ने इसकी शिकायत सीएम भजनलाल शर्मा से की है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन आलोक राज ने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, ‘मुझे शाम को मीडिया से पता चला कि कल (28 सितंबर) CET परीक्षा केंद्र पर परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी द्वारा जनेऊ उतरवाने का मामला सामने आया है। जनेऊ की जांच करना तो सही था। लेकिन, इसे उतरवाना अनुचित था। लेकिन, मुझे नहीं लगता कि शिक्षक ने किसी गलत इरादे से उससे जनेऊ उतरवाया होगा। हो सकता है कि उसने जांच के नियमों की गलत व्याख्या की हो। उसने अपनी समझ के अनुसार अपना कर्तव्य निभाया। उम्मीद है कि इस मामले को अन्यथा नहीं लिया जाएगा।’
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जयपुर में परीक्षा केंद्र पर उतरवाया जनेऊ
शनिवार (29 सितंबर) को सीईटी परीक्षा के दौरान जयपुर में एक अभ्यर्थी से पुलिसकर्मियों ने परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले जांच के लिए जनेऊ उतारने को कहा, लेकिन अभ्यर्थी ने ऐसा करने से मना कर दिया। बाद में यह मामला परीक्षा केंद्र के अधीक्षक यानी स्कूल प्रिंसिपल तक पहुंचा। प्रिंसिपल ने भी अभ्यर्थी से जनेऊ उतारने के बाद ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने को कहा। ऐसे में अभ्यर्थी को जनेऊ उतारना पड़ा।
बांसवाड़ा से जयपुर एग्जाम देने आया था छात्र
अभ्यर्थी डैरेन दवे बांसवाड़ा के तलवाड़ा का रहने वाला है। वह 27 सितंबर को सीईटी परीक्षा देने आया था। उसका परीक्षा केंद्र जयपुर में टोंक गेट के पास महात्मा गांधी स्कूल में था। उसकी परीक्षा दूसरी पारी में थी। वह दोपहर 3 बजे केंद्र पर पहुंचा। पुलिसकर्मी अभ्यर्थियों की जांच कर रहे थे। जांच के दौरान पुलिस ने डैरेन दवे से जनेऊ उतारने को कहा।
हरेन दवे ने जनेऊ उतारने से मना कर दिया तो मामला स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा। प्रिंसिपल ने भी जनेऊ उतारने को कहा तो अभ्यर्थी लिखित में देने पर अड़ गया। काफी देर तक विवाद चलता रहा। बाद में अभ्यर्थी को जनेऊ उतारकर परीक्षा देनी पड़ी।
प्राचार्य और पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
अभ्यर्थी हरेन दवे ने मीडिया को बताया कि राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। इसके बाद जनेऊ उतार दिया गया। इसकी शिकायत विप्र फाउंडेशन से की। इसके बाद ऑनलाइन हेल्पलाइन नंबर पर सीएम से भी शिकायत की। पुलिसकर्मी और प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।