India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan Politics: दौसा विधानसभा उपचुनाव में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई और बीजेपी कैंडिडेट जगमोहन मीना की हार के बाद बवाल मचा हुआ है। क्योंकि उनके भाई किरोड़ी लाल मीना का दर्द बार-बार सामने आ रहा है। किरोड़ी लाल ने गुरुवार को फिर सोशल मीडिया के जरिए अपना दर्द बयां किया है। इस बार उन्होंने एक शायरी शेयर करते हुए कहा है कि सूरज भी मुझसे आंख मिलाने से डरता है, चांद-तारों की क्या औकात?
आपको बता दें कि इससे पहले भी उपचुनाव नतीजों के दिन किरोड़ी लाल मीना ने इशारों-इशारों में अपना दर्द बयां किया था। उन्होंने कहा था कि बाहरी लोगों के पास कोई ताकत नहीं होती, मुझे हमेशा अपनों ने ही पीटा है। किरोड़ी लाल ने दौसा चुनाव में गद्दारी करने वाले नेताओं को मेघनाथ भी कहा था। उन्होंने कहा था कि लोगों ने मेघनाथ बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर शक्ति बाण चला दिया।
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किरोड़ी लाल ने शेयर की ये शायरी-
पहले दर्द बयां करते हुए कही थी ये बात
मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने अपने भाई जगमोहन मीना की हार के बाद अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि मुझे 45 साल हो गए हैं। अपने राजनीतिक सफर में मैंने सभी वर्गों के लिए लड़ाई लड़ी। जनहित में सैकड़ों आंदोलनों का नेतृत्व किया। हिम्मत से लड़ा। बदले में पुलिस के हाथों अनगिनत चोटें खाईं। आज भी जब बादल छाते हैं तो पूरा शरीर कराहने लगता है। मीसा से लेकर जनता के लिए दर्जनों बार सलाखों के पीछे जाना।
इसी मजबूत बुनियाद और मजबूत आधार के आधार पर मैंने दौसा उपचुनाव लड़ा। लोगों को अपने संघर्ष की कहानी सुनाई। घर-घर जाकर वोट मांगे। फिर भी कुछ लोग नहीं माने। अगर देशद्रोहियों ने मेरे सीने पर तीर बरसाए होते तो मैं दर्द को दिल में ही दबा लेता, लेकिन वे मेघनाथ बन गए और मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर सत्ता का बाण चला दिया।
साढ़े चार दशक के संघर्ष से मैं न तो हताश हूं और न ही निराश। हार ने मुझे सबक जरूर सिखाया है, लेकिन मैं विचलित नहीं हूं। मैं संघर्ष की इस राह पर आगे भी चलने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं गरीबों, मजदूरों, किसानों और हर पीड़ित व्यक्ति की सेवा का व्रत कभी नहीं छोड़ सकता, लेकिन मेरे दिल में एक दर्द है। यह बहुत गहरा है और हर पल मुझे पीड़ा भी देता है।