India News(इंडिया न्यूज़),Arvind Singh Mewar Death:उदयपुर के सिटी पैलेस में जन्मे और मेवाड़ के 76वें संरक्षक अरविंद सिंह मेवाड़ का रविवार को 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर से पूरे उदयपुर में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए महासतिया ले जाया गया, जहां राजपरिवार के सदस्यों की अंत्येष्टि की जाती है। उनके बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उन्हें कंधा दिया और पूरे शाही रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार संपन्न किया गया।

अंतिम यात्रा में शामिल हुआ पूरा उदयपुर

सोमवार सुबह सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास से जब अरविंद सिंह मेवाड़ की शव यात्रा निकली, तो पूरा उदयपुर उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। शव यात्रा बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार और दिल्ली गेट होते हुए महासतिया तक पहुंची। करीब 5 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। रास्ते में लोगों ने पुष्प वर्षा कर उन्हें अंतिम विदाई दी। फिल्मी सितारे, बिजनेसमैन, खिलाड़ी और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

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मेवाड़ की विरासत को दी नई पहचान

13 दिसंबर 1944 को सिटी पैलेस में जन्मे अरविंद सिंह मेवाड़, महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ के पुत्र थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मेयो कॉलेज, अजमेर से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई महाराणा भूपाल कॉलेज, उदयपुर से की। इसके बाद वे होटल प्रबंधन की पढ़ाई के लिए ब्रिटेन के सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज गए। अरविंद सिंह मेवाड़ ने मेवाड़ की संस्कृति और परंपराओं को सहेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने उदयपुर को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में स्थापित किया और पर्यटन क्षेत्र में भी सक्रिय रहे।

सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षक को मिली राष्ट्रीय पहचान

अरविंद सिंह मेवाड़ को 2021 में होटलियर इंडिया की ओर से ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने मेवाड़ की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान दिलाई। उनके निधन से मेवाड़ ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर के एक सच्चे संरक्षक को खो दिया है। उदयपुर और मेवाड़ की जनता उन्हें लंबे समय तक याद रखेगी।