India News (इंडिया न्यूज),Rajasthan News: शादियों में फिजूलखर्ची को रोकने के उद्देश्य से अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन रजिस्टर्ड मकराना द्वारा किए जा रहे प्रयासों का एक अनोखा उदाहरण बुधवार शाम शहर की लगनशाह मस्जिद में देखने को मिला। अंजुमन संस्था के अध्यक्ष मौलाना गुलाम सैयद अली और सचिव मोहम्मद रफीक गौड़ के नेतृत्व में यह कदम समाज सुधार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सादगी की मिसाल बनी शादी

मकराना नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल हमीद भाटी के पोते की शादी को सादगीपूर्ण तरीके से आयोजित करने के लिए अंजुमन संस्था ने प्रेरित किया। दूल्हे के पिता मोहम्मद अशफाक भाटी ने इस पहल का समर्थन करते हुए अपनी सहमति दी। परिणामस्वरूप, बारात बिना किसी धूमधाम के सीधे लगनशाह मस्जिद पहुंची। निकाह की रस्म अंजुमन के अध्यक्ष मौलाना गुलाम सैयद अली द्वारा बेहद सादगी से अदा करवाई गई। मेहमानों का स्वागत सिर्फ चाय-पानी से किया गया, जिससे यह शादी एक मिसाल बन गई। इस दौरान मौजूद सभी लोगों ने दूल्हे को उज्जवल भविष्य की दुआएं दीं।

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अंजुमन का समाज सुधार का संदेश

अंजुमन के अध्यक्ष मौलाना गुलाम सैयद अली ने कहा कि समाज में शादियों के दौरान बढ़ती फिजूलखर्ची को रोकने के लिए यह प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि समझाइश के माध्यम से समाज के लोग इस मुहिम में सहयोग कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अंजुमन के सचिव मोहम्मद रफीक गौड़, शेख अब्दुल अज़ीज़ भाटी, मोहम्मद सलीम भाटी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। यह पहल समाज के अन्य लोगों को भी सादगी अपनाने और फिजूलखर्ची से बचने की प्रेरणा देती है। अंजुमन की यह पहल न केवल समाज सुधार का एक प्रभावी कदम है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक आदर्श संदेश है।

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