India News (इंडिया न्यूज), Tiger attack: नए साल के अवसर पर दौसा के बांदीकुई में टाइगर के हमले से लोगों में अफरातफरी मच गई। बाघ से बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। महुंखेडा गांव में बाघ ने 3 लोगों पर हमला कर दिया है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम को सूचना दी गई। हमले में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इनमें से एक शख्स की हालत गंभीर होने की वजह से उसे जयपुर रैफर कर दिया गया है।

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बाघ ने किया 3 लोगों पर हमला

महुंखेडा गांव के सरपंच पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि गांव के कोली मोहल्ले के पास एक गली में झाड़ियों के पास बाघ छुपा बैठा हुआ था। सुबह सात-साढ़े सात बजे आवाज सुनकर सबसे पहले उगा महावर (45) झाड़ियों की तरफ गईं। वह कुछ समझ पातीं, इससे पहले ही टाइगर उनकी पीठ पर हमला कर दिया। इसके बाद शोर-शराबा हुआ तो महिला को बचाने के लिए सुबह करीब 8 बजे विनोद मीणा (42) एवं बाबूलाल मीणा (48) हाथों में डंडा लेकर बाघ की तरफ भागे।

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अस्पताल में भर्ती पीड़िता

सरपंस ने आगे बताया कि बाघ ने इन पर भी हमला कर दिया। तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सुबह करीब 9 बजे बैजूपाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को वहां से दूर हटाया। सुबह 9:30 बजे बांदीकुई वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वीडियो देखकर टाइगर होने की पुष्टि की। बांदीकुई वन रेंजर दीपक शर्मा ने बताया कि इसकी सूचना सरिस्का वन क्षेत्र को दी गई है। संभावना है कि यह टाइगर सरिस्का क्षेत्र से यहां पहुंचा है और अब हम इसकी जांच कर रहे हैं। टाइगर को ट्रैंकुलाइज कर सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा।

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टाइगर लापता होने की खबर

वन रेंजर ने जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर के आसपास 2 बाघों का मूवमेंट देखा गया है। यह बाघ सरिस्का अभयारण्य से भागकर यहां आए हैं। DFO ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बाघ 9 बजे के आसपास बांदीकुई इलाके में देखा गया था। इसके बाद सरिस्का अभयारण से जानकारी मिली कि यहां से एक टाइगर लापता है। सरिस्का अभ्यारण को सूचना देने के बाद अलवर वन अभ्यारण विभाग की टीम के आने का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल बाघ गांव में ही मौजूद है।