India News RJ(इंडिया न्यूज)Kirodi Lal Meena On Samaraavata: टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर 13 नवंबर को हुए उपचुनाव के दिन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना द्वारा मालपुरा एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद समरावता गांव में हुई हिंसा को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। इस बीच बुधवार को मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने थप्पड़ विवाद में टोंक जेल में बंद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना से मुलाकात की।
दरअसल, बुधवार को कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म समरावता गांव पहुंचे, जहां दोनों मंत्रियों को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री किरोड़ी लाल ने नरेश मीना की रिहाई को लेकर ग्रामीणों की मांग पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर आप 10 लाख भी इकट्ठा कर लें, तो भी उसे रिहा नहीं किया जा सकता।
इन 3 तारीखों को जन्में लोग 30 से 45 की उम्र में खूब कमाते हैं पैसा, जानें इनकी कुंडली में ऐसा क्या होता है?
समरावता में किरोड़ी का विरोध
इधर, नरेश मीना से मुलाकात के बाद जैसे ही मंत्री किरोड़ी लाल और जवाहर सिंह बेढ़म पहुंचे, ग्रामीणों ने उनकी रिहाई की मांग शुरू कर दी। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए और निर्दोष लोगों को हिरासत में लेने की कार्रवाई का विरोध किया। वहीं ग्रामीणों ने नरेश मीना के समर्थन में नारे भी लगाए।
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए किरोड़ी लाल ने कहा कि देश में कानून का राज है, कानून लागू कराना सरकार की जिम्मेदारी है। गलत काम करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करने वाले को जनता पसंद नहीं करती। उन्होंने कहा कि जब वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस जांच करेगी, तभी पता चलेगा। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, कौन बाहर से है और कौन अंदर से इसमें शामिल है। वहीं ग्रामीणों की नाराजगी पर किरोड़ी लाल ने कहा कि पूरा गांव एक तरफ है, अगर कोई मछली तालाब को गंदा करने की कोशिश करेगी, तो वह गंदा नहीं होगा।
किरोड़ी ने ग्रामीणों से क्या कहा?
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना ने समरावता गांव पहुंचकर कहा कि जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार करेगी, आप जेल में बंद लोगों से कभी भी जाकर मिल सकते हैं, पुलिस और प्रशासन उनके साथ परिवार की तरह व्यवहार कर रहा है। जो लोग जेल में हैं उन्हें जल्द ही रिहा किया जाएगा, आप धैर्य रखें। इसके अलावा किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि सरकार की तरफ से उन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने गलती की है और रात के अंधेरे में हंगामा किया है।