India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान के कोटा दक्षिण नगर निगम बोर्ड की बैठक सिर्फ 3 मिनट में समाप्त हो गई, जिससे शहरवासियों और पार्षदों में नाराजगी देखने को मिली। ऐसे में, बैठक में शहर के विकास और जनहित से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी थी, लेकिन भाजपा पार्षदों ने “जय श्री राम” के नारे लगाकर बैठक को समाप्त करवा दिया।

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राजनीतिक विवाद के चलते बैठक हुई बाधित

बताया गया है कि, बैठक शुरू होते ही भाजपा पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे कोई भी चर्चा नहीं हो पाई। इसके बाद महापौर राजीव अग्रवाल नगर निगम से बाहर निकल गए। उप महापौर पवन मीणा ने इस स्थिति को नगर निगम दक्षिण का दुर्भाग्य बताया। बता दें, उनका कहना था कि पहले बोर्ड की बैठकें पूरी तरह संचालित होती थीं, लेकिन अब राजनीतिक दबाव के चलते महज 3 मिनट में ही समाप्त कर दी गई। इस बैठक में शहर के विकास, सफाई व्यवस्था, सड़क निर्माण और अन्य जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी थी, लेकिन बिना किसी बातचीत के बैठक खत्म कर दी गई।

नगर निगम का बजट पेश

जानकारी के मुताबिक, इस बार नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट भी पेश किया गया, जिसमें 844.72 करोड़ रुपये की आय और 796.31 करोड़ रुपये के व्यय का प्रस्ताव रखा गया है। हालांकि, इस पर भी कोई विस्तृत चर्चा नहीं हो पाई। कोटा नगर निगम की यह बैठक शहरवासियों के लिए निराशाजनक रही, क्योंकि जनहित के मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई। राजनीतिक विवाद के कारण नगर निगम की कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है, जिससे शहर के विकास कार्य ठप पड़ सकते हैं।

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