नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में रविवार को दूसरी एशियन योगासन स्पोर्ट चैंपियनशिप का भव्य समापन हुआ। तीन दिनों तक चले इस आयोजन ने योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।
मुख्य अतिथि, केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना की और योगासन को मिल रही अंतरराष्ट्रीय मान्यता पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह चैंपियनशिप योगासन को वैश्विक खेल मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित कर रही है।
भव्य भागीदारी और जोश
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन से प्रेरित होकर इस चैंपियनशिप में 20 एशियाई देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। एथलीट्स ने अद्भुत कौशल, अनुशासन और ताकत का प्रदर्शन करते हुए योगासन के विभिन्न आसनों को प्रस्तुत किया।
इस आयोजन का सफल आयोजन योगासन भारत और एशियन योगासन फेडरेशन द्वारा, आयुष मंत्रालय, युवा मामले और खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सहयोग से किया गया।
शीर्ष गणमान्य अतिथियों ने बढ़ाया आयोजन का मान
कार्यक्रम में योगऋषि स्वामी रामदेव, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, आयुष मंत्री श्री प्रतापराव जाधव, संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
भारत ने जीते सर्वाधिक स्वर्ण पदक
भारत ने 83 स्वर्ण पदक जीतकर चैंपियनशिप में अपना दबदबा कायम रखा। जापान और मंगोलिया क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। हालांकि, इस प्रतियोगिता का असली उद्देश्य प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि मानसिक शांति और वैश्विक एकता के संदेश को फैलाना रहा।
नेताओं ने रखा योगासन के उज्ज्वल भविष्य का विजन
एशियन योगासन फेडरेशन के अध्यक्ष श्री संजय मालपानी ने कहा,
“भारत में जन्मे योग ने अब योगासन के रूप में एक वैश्विक आंदोलन का रूप ले लिया है। एशियन गेम्स में योगासन को डेमो स्पोर्ट के रूप में शामिल करना इसकी बढ़ती वैश्विक महत्ता का प्रमाण है।”
योगासन भारत और वर्ल्ड योगासन के महासचिव श्री जयदीप आर्य ने कहा,
“हमें योगासन को अपनी जीवनशैली में अपनाना चाहिए। आगामी जापान एशियन गेम्स में योगासन की प्रस्तुति एक नए युग की शुरुआत होगी।”
फाइनल मेडल तालिका
-
भारत — 83 स्वर्ण, 3 रजत, 1 कांस्य (रैंक 1)
-
जापान — 3 स्वर्ण, 3 रजत, 4 कांस्य (रैंक 2)
-
मंगोलिया — 1 स्वर्ण, 11 रजत, 6 कांस्य (रैंक 3)
-
ओमान — 1 स्वर्ण, 3 रजत, 7 कांस्य (रैंक 4)
-
नेपाल — 0 स्वर्ण, 27 रजत, 12 कांस्य (रैंक 5)
यह आयोजन योगासन को वैश्विक मंच पर स्थापित करने और भारत की आध्यात्मिक धरोहर को दुनिया तक पहुँचाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।