India News, (इंडिया न्यूज), Bhrajbhushan on WFI Suspension: केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ की नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित करने के बाद, पूर्व WFI प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह ने कहा, “मैंने पहलवानों के लिए 12 साल काम किया है। समय बताएगा कि क्या मैंने न्याय किया है… अब फैसले और सरकार के साथ बातचीत महासंघ के निर्वाचित लोगों द्वारा की जाएगी।”

उन्होने संजय सिंह को लेकर कहा, “संजय सिंह मेरे रिश्तेदार नहीं हैं, U-15 और U-20 आयोजित करने की घोषणा नंदिनी नगर में नागरिकों को यह सुनिश्चित करना था कि खेल आयोजन फिर से शुरू हों।”

इसके अलावा उन्होंंने WFI के चुनाव को लेकर कहा, “”सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हुए और निकाय का गठन किया गया। अब यह उनका (महासंघ के सदस्यों का) निर्णय है कि वे सरकार से बात करना चाहते हैं या कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं। मैंने इससे कोई लेना देना नहीं।”

 

मालूम हो कि महिला पहलवानों के कथित तौर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) चर्चा पर बना हुआ है। अब सरकार ने इसे लेकर अब एक बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के निलंबित करने का फैसला लिया। यानि कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह को भी निलंबित किया गया है।

संजय सिंह को बताया पूर्व अध्यक्ष के करीबी

संजय सिंह को पूर्व डब्लूएफआई अध्यक्ष ब्रजभूष सिंह का करीबी बताया जा रहा है। संजय सिंह की जीत के बाद भारत की चर्चित पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से भी संन्यास का एलान कर दिया।  वहीं, ओलंपीक पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने इसे दुखद बताया और कहा कि कुश्ती का भविष्य अंधकार में है। इसके अलावा पहलवान बजरंग पुनिया ने भी इसमें नारगाजी जागीर करते हुए अपना पद्म श्री पुरस्कार पीएम मोदी को लौटाने की बात कही।

कब हुए थे चुनाव

बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के लिए मतदान 21 दिसंबर को नई दिल्ली में हुए। मतदान चरण के समापन के तुरंत बाद गिनती हुई, जिसमें नए अध्यक्ष संजय सिंह ने दुसरे प्रत्याशी अनीता श्योराण को 7 के मुकाबले 40 वोटों से हराया। इसके अलावा, संजय डब्ल्यूएफआई की पिछली कार्यकारी परिषद का भी हिस्सा थे, जबकि 2019 से राष्ट्रीय महासंघों के संयुक्त सचिव भी थे।

Also Read:-