Champions Trophy Semi-final: भारत के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली अपनी बल्लेबाजी और टीम की जीत से बेहद खुश नजर आए। उन्होंने आईसीसी पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को चार विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
कोहली ने 98 गेंदों में 84 रनों की पारी खेली, जो भारत की 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने की नींव बनी। मैच के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी को लेकर संतोष महसूस हुआ और उन्होंने दबाव में संतुलित पारी खेली।
“मैं जल्दबाजी में नहीं था, शांतचित होकर खेला”
कोहली ने अपनी पारी को लेकर कहा, “मैं हड़बड़ी में नहीं था, बल्कि सिंगल्स लेने में संतुष्ट था। जब आप एक बल्लेबाज के रूप में गैप में रन लेने पर गर्व महसूस करने लगते हैं, तो आपको पता होता है कि आप अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और लंबी साझेदारी के लिए तैयार हैं।” उन्होंने आगे कहा कि ऐसी बल्लेबाजी करने से मानसिक स्थिति स्थिर रहती है और टीम को फायदा मिलता है। “इससे नर्वसनेस दूर होती है और यही आज के मैच में सबसे खास बात थी।”
स्थिति के हिसाब से खेलना महत्वपूर्ण
कोहली ने अपनी रणनीति पर जोर देते हुए कहा कि वह परिस्थितियों को समझकर खेलते हैं और उसी के अनुरूप अपनी पारी को आगे बढ़ाते हैं। “मेरे लिए सबसे जरूरी यह था कि पिच कैसी है और उसी हिसाब से अपनी बल्लेबाजी को ढालना। इस पिच पर बड़ी साझेदारियां अहम थीं और मेरा ध्यान इसी पर था। जब आप विकेट हाथ में रखते हैं और अंत तक टिके रहते हैं, तो विपक्षी टीम दबाव में आ जाती है और खेल आसान हो जाता है।”
शतक से चूके, लेकिन टीम की जीत सबसे अहम
कोहली 52वें एकदिवसीय शतक से 16 रन दूर रह गए, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके लिए टीम की जीत ही प्राथमिकता थी। “मैं कभी व्यक्तिगत मील के पत्थर पर ध्यान नहीं देता। जब आप उन चीजों के बारे में नहीं सोचते, तो वे खुद-ब-खुद हो जाती हैं। मेरा ध्यान हमेशा टीम को जीत दिलाने पर रहता है। अगर शतक पूरा होता, तो अच्छा होता, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम फाइनल में पहुंच गए हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने बताई हार की वजह
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ, जिन्होंने अपनी टीम के लिए 73 रन बनाए, ने स्वीकार किया कि उनकी टीम ने महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट गंवा दिए। “यह सबसे आसान बल्लेबाजी पिच नहीं थी, इसलिए स्कोर बहुत बड़े नहीं थे। लेकिन अगर हम 280+ बना लेते, तो खेल का रुख अलग हो सकता था। हमने गलत समय पर विकेट गंवाए और इसी वजह से हम दबाव में आ गए।”
भारत अब रविवार को होने वाले फाइनल में दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड में से किसी एक के खिलाफ खेलेगा। विराट कोहली के इस शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है और तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की कोशिश करेगी।