Delhi Half Marathon:देवेन्द्र झाझरिया दो बार के पैरा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और पैरा एथलेटिक्स कमेटी ऑफ इंडिया (PCI) के अध्यक्ष, ने दिल्ली हाफ मैराथन की 20वीं वर्षगांठ पर भावुक संदेश देते हुए कहा कि यह सिर्फ दौड़ नहीं, बल्कि एक वैश्विक एकता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोगों में जज़्बा है। कोई भी दिक्कत आए, वो फिर भी दौड़ते हैं। यही असली दिल्ली की भावना है। इस मैराथन ने 20 साल पूरे किए हैं — मैं वेदांता और आयोजकों को दिल से बधाई देता हूं। ये ‘Fit Delhi – Play Delhi – Win Delhi’ की सच्ची तस्वीर है।”
“देवेन्द्र झाझरिया का संदेश: वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स से भारत देगा दुनिया को नया पैगाम”
झाझरिया ने खुलासा किया कि यह उनके लिए एक व्यक्तिगत सपना था कि भारत में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप हो, जो अब हकीकत बन चुका है।
“106 देशों की पुष्टि मिल चुकी है। यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। यह टूर्नामेंट केवल एथलीट्स के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है,” उन्होंने कहा।
भारत के प्रमुख पैरा एथलीट्स जैसे सुमित अंतिल, योगेश कथुनिया, सिमरन, और नवदीप की तैयारियों पर बात करते हुए झाझरिया ने कहा, “इन खिलाड़ियों से मेरी बहुत करीबी बातचीत होती है। मैदान में खेलने का दबाव है, लेकिन घरेलू मैदान पर खेलने का आत्मबल भी है। मुझे भरोसा है कि हमारे खिलाड़ी इतिहास रचेंगे।” उन्होंने आगे जोड़ा कि, “मैं चाहता हूं कि कोई मुझे अध्यक्ष न कहे — खिलाड़ी मुझे भाई साहब कहते हैं, और यही बंधन असली ताकत है। यही भरोसे का रिश्ता नतीजे लाता है।”
एक मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की टीम की पुष्टि अभी नहीं आई है — शायद वो फल अभी पका नहीं है।” यह बयान माहौल को हल्का करते हुए भारत की तैयारियों का आत्मविश्वास दर्शाता है।
देवेन्द्र झाझरिया का संदेश केवल खेल तक सीमित नहीं है — यह आत्मबल, समर्पण, और एक नए भारत के निर्माण की गवाही है। दिल्ली हाफ मैराथन और आगामी वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप भारत को वैश्विक खेल मानचित्र पर एक नई ऊंचाई तक ले जाएंगे।