इंडिया न्यूज़ : भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने हाल ही में केएल राहुल की जमकर आलोचना की थी। बता दें, पूर्व क्रिकेटर प्रसाद ने ये आलोचना राहुल के लगातार फ्लॉप होने के बाद की थी। बता दें, केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले वनडे मैच से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में लगातार फ्लॉप नजर आए थे। इसी वजह से वह आलोचकों के लगातार निशाने पर थे। पूर्व क्रिकेटर हो या फैंस राहुल सबके निशाने पर थे। हालांकि राहुल पर आलोचना के क्रम में प्रसाद ने राहुल बाकियों से बहुत आगे की बातें बोल दी थीं। बता दें, प्रसाद ने कहा था कि राहुल को प्रतिभा के कारण नहीं बल्कि पसंद के कारण टीम में जगह मिली है।

हालाँकि, केएल राहुल ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में शानदार अर्धशतक ठोक टीम को जीत दिलाई थी। राहुल की इस मैच जिताऊ पारी के बाद अब प्रसाद ने फिर इस क्रिकेटर पर अपनी बात रखी, लेकिन इस बार उन्होंने राहुल की आलोचना की बजाए जमकर तारीफ की है।

राहुल पर ही नहीं सरफराज पर भी रखी बात

बता दें, ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले वनडे में केएल राहुल द्वारा खेली गयी पारी पर प्रसाद ने कहा है कि वह किसी के खिलाफ नहीं थे। उन्हें जो उचित लग रहा था वह बोल रहे थे। मालूम हो, प्रसाद ने एक निजी एजेंसी से बात करते हुए कहा कि वह किसी के खिलाफ नहीं है और उन्हें जो मौजूदा स्थिति प्रतीत होता है वह लिख देते हैं। बातचीत में आगे प्रसाद आगे कहते हैं कुछ लोग इसे मान लेते हैं तो कुछ लोग नहीं मानते हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने यह भी कहा कि उन्होंने सिर्फ राहुल को लेकर अपनी बात नहीं रखी थी बल्कि उन्होंने सरफराज अहमद पर भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने आगे कहा कि उनकी कोशिश रहती है कि वह आलोचना की सीमाएं क्रॉस न करें, कुछ लोगों ने इसे गंभीरता से लिया तो कुछ ने आलोचना के नजरिये से।

राहुल ने नहीं किया अपनी प्रतिभा के साथ न्याय

आगे न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में प्रसाद ने कहा कि उन्होंने राहुल को लेकर जो बातें लिखी थीं और खिलाड़ी को ऑब्जर्ब करने के बाद कही थी क्योंकि वह राहुल को उनके शुरुआती दिनों से जानते हैं। प्रसाद ने आगे यह भी कहा कि वह राहुल को अंडर-16 के दिनों से जानते हैं और उनके दिल में राहुल के लिए काफी इज्जत है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल को उन्होंने काफी करीब से देखा है और इसलिए वह कह सकते हैं कि राहुल ने अभी तक अपनी प्रतिभा से न्याय नहीं किया है।