इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार रात का माहौल जश्न और जोश से भरा हुआ था, जब भारतीय महिला खो-खो टीम ने पहले खो-खो वर्ल्ड कप 2025 का ख़िताब अपने नाम किया। फ़ाइनल में भारतीय महिलाओं ने नेपाल को 78-40 के बड़े अंतर से हराया और इस ऐतिहासिक जीत के साथ अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराया।
पहले टर्न में भारतीय आक्रमण का जलवा
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने अपने आक्रमण से दबदबा बना लिया। पहले टर्न में 14 अंक बटोरते हुए भारतीय टीम ने नेपाल को 7 बार साधारण टच से आउट किया। कप्तान प्रियंका इंगले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई टच पॉइंट्स हासिल किए और नेपाल को कोई ड्रीम रन का मौका नहीं दिया। भारत ने पहले टर्न की समाप्ति पर 34-0 की बढ़त बना ली।
दूसरे टर्न में नेपाल की कोशिशें
दूसरे टर्न में नेपाल की मनमती धामी ने वैष्णवी पवार को आउट किया, जबकि समझना बी ने प्रियंका इंगले को खेल से बाहर किया। हालांकि, चैत्रा बी ने भारत के पहले बैच को ड्रीम रन में पहुंचा दिया, लेकिन दीपा बीके ने नेपाल के लिए ऑल आउट कर वापसी की। इसके बावजूद, नेपाल दूसरे टर्न के अंत में सिर्फ 24 अंक ही बना सका और भारत से 11 अंकों से पीछे रहा।
निर्णायक तीसरा और चौथा टर्न
तीसरे टर्न में भारत ने फिर से आक्रामक खेल दिखाया और नेपाल को कोई मौका नहीं दिया। चौथे टर्न में चैत्रा बी ने फिर से ड्रीम रन किया, जिसने भारत के स्कोर को 78 अंकों तक पहुंचा दिया। भारतीय बैच ने 5 मिनट और 14 सेकंड तक खेल में अपना दबदबा बनाए रखा और नेपाल को कोई वापसी का अवसर नहीं दिया।
भारत की ऐतिहासिक यात्रा
इस ऐतिहासिक जीत तक के सफर में भारत ने ग्रुप स्टेज में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया पर शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद क्वार्टर-फाइनल में बांग्लादेश और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया।
मैच के पुरस्कार
- मैच की सर्वश्रेष्ठ अटैकर: अंशु कुमारी (टीम इंडिया)
- मैच की सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर: मनमती धामी (टीम नेपाल)
- मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: चैत्रा बी (टीम इंडिया)
यह ऐतिहासिक जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि खो-खो के वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते वर्चस्व और इस स्वदेशी खेल को नई पहचान दिलाने का प्रतीक है।