India News (इंडिया न्यूज),IPL 2025:गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर 97 रन बनाकर नाबाद रहे। यानी वो अपने शतक से 3 रन दूर रह गए। ऐसा नहीं था कि श्रेयस अय्यर के पास अपना शतक पूरा करने का मौका नहीं था। मौका पूरा था। उन्हें बस एक-दो गेंद खेलने की जरूरत थी। लेकिन आखिरी ओवर में स्ट्राइक लेने वाले उनके साथी शशांक सिंह ने उन्हें वो मौका नहीं दिया। सवाल है कि क्यों? इस क्यों का जवाब खुद शशांक सिंह ने मैच खत्म होने के बाद दिया है, जिनके मुताबिक ये उनका नहीं बल्कि कप्तान श्रेयस अय्यर का फैसला था।
शशांक सिंह ने कहा कि वो इस बारे में बात करने ही वाले थे कि उससे पहले श्रेयस अय्यर ने आकर मुझसे कहा कि अपने शतक की चिंता मत करो। हर गेंद पर शॉट लगाओ। अपना शॉट खेलो। शशांक ने कहा कि कप्तान के मुंह से ऐसी बातें सुनकर मुझे खुशी तो हुई लेकिन साथ ही हैरानी भी हुई और वो इसलिए क्योंकि आईपीएल में शतक बनाना आसान नहीं है। और 97 रन के स्कोर के बाद अय्यर का ऐसा कहना बहुत बड़ी बात थी। यह निस्वार्थ भाव था।
आखिरी ओवर में मचाया धमाल
कहते हैं कि जो होता है अच्छे के लिए होता है। बेशक श्रेयस अय्यर अपना शतक पूरा नहीं कर पाए। फैंस के दिलों में इसकी टीस जरूर रही होगी। लेकिन, नतीजा यह हुआ कि गुजरात टाइटंस की ओर से मोहम्मद सिराज द्वारा फेंके जा रहे आखिरी ओवर में शशांक सिंह ने 5 चौकों सहित 23 रन बनाए। शशांक सिंह की इस ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने आखिर में मैच में अंतर पैदा कर दिया। आसान शब्दों में कहें तो शशांक सिंह के आखिरी ओवर में सिराज द्वारा लगाए गए छक्के ने पंजाब किंग्स की जीत में बड़ी भूमिका निभाई।
मुकाबले में क्या हुआ ?
मैच की बात करें तो पंजाब किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 243 रन बनाए। श्रेयस अय्यर के नाबाद 97 रनों के अलावा शशांक सिंह की सिर्फ़ 16 गेंदों पर नाबाद 44 रनों की पारी ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई. अब गुजरात टाइटंस के सामने 244 रनों का लक्ष्य था. उन्होंने भी मज़बूत जवाब दिया और 20 ओवर में 5 विकेट पर 232 रन बनाए. गुजरात टाइटंस ने यह मैच 11 रनों से गंवा दिया. इतने हाई स्कोरिंग मैच में जीत और हार के बीच सिर्फ़ 11 रनों का अंतर देखकर लगता है कि शशांक सिंह की पारी का असर हुआ.