पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने चल रहे PGTI गोल्फ टूर के बारे में अपनी खुशी जताई। उन्होंने कहा, “एक खिलाड़ी के रूप में मुझे यह देखकर खुशी होती है कि इतने सारे खिलाड़ी इस टूर में भाग ले रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि वे गोल्फ खेलकर एक बेहतर जीवन बना सकेंगे।”
कपिल ने कहा कि गोल्फ के कैलेंडर में चार नए इवेंट्स की शुरुआत भारतीय गोल्फ के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। “यह भारतीय गोल्फ के लिए एक बहुत अच्छा कदम है। चार नए प्रायोजकों के जुड़ने से यह खेल तेजी से बढ़ रहा है। अगले छह महीनों में लगभग 11-12 टूर्नामेंट्स आयोजित होने हैं, जो एक शानदार बात है,” कपिल ने कहा।
भारत में गोल्फ का उज्जवल भविष्य
कपिल ने यह भी बताया कि भारत में गोल्फ का भविष्य बहुत उज्जवल है, खासकर छोटे राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ में आयोजित होने वाले टूर्नामेंट्स के साथ। “अगर हम ऐसे क्षेत्रों में आयोजन करते रहेंगे, तो न केवल स्थानीय टैलेंट को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि गोल्फ को देशभर में अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी,” उन्होंने कहा। कपिल का मानना है कि गोल्फ, जैसे क्रिकेट ने छोटे शहरों में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही गोल्फ भी छोटे शहरों में पहुंच सकता है, बशर्ते गोल्फ कोर्स बनाए जाएं।
क्रिकेट और गोल्फ की तुलना
जब कपिल से क्रिकेट और गोल्फ के बीच तुलना की गई, तो उन्होंने कहा, “तीस-चालीस साल पहले क्रिकेट सिर्फ बड़े शहरों में खेला जाता था। आज क्रिकेट छोटे-छोटे गांवों में भी खेला जाता है। उसी तरह, गोल्फ का महत्व बढ़ रहा है, और हम चाहते हैं कि यह हर छोटे शहर में फैल जाए, जैसे क्रिकेट फैल गया है।”
PGTI और आने वाली चुनौतियां
कपिल ने PGTI के निरंतर विकास और भारतीय गोल्फ पर इसके सकारात्मक प्रभाव के बारे में भी अपनी उम्मीदें जताई। “यह खेल सही दिशा में जा रहा है, और टूर्नामेंट्स की बढ़ती संख्या के साथ मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही भारतीय गोल्फरों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर देखेंगे,” उन्होंने कहा।
भारत के क्रिकेट प्रदर्शन और टीम चयन पर चर्चा
कपिल से भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में भी पूछा गया, खासकर युवाओं जैसे यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल को इंग्लैंड श्रृंखला के लिए चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल नहीं किए जाने पर। कपिल ने कहा, “मैं चयनकर्ताओं की आलोचना नहीं करना चाहता। उन्होंने जो निर्णय लिया है, वह उनके विचारों पर आधारित होगा। यदि मैं टिप्पणी करता हूं, तो बिना पूरी जानकारी के करूंगा, और मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए।”
पीढ़ियों की तुलना पर सलाह
कपिल ने क्रिकेट में विभिन्न पीढ़ियों की तुलना पर भी अपनी राय दी। “कृपया अलग-अलग पीढ़ियों की तुलना न करें। आज के खिलाड़ी जो एक दिन में शतक बनाते हैं, वे अपने समय के हिसाब से बने हैं। हमारे समय में इतनी जल्दी रन बनाना संभव नहीं था,” उन्होंने कहा।
नेतृत्व परिवर्तन पर धैर्य रखने की सलाह
कपिल ने क्रिकेट में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में भी अपनी राय दी। “हर खिलाड़ी को कप्तानी का मौका मिलता है, तो उसे समय चाहिए होता है, ताकि वह अपनी रफ्तार पा सके। हमें उन्हें यह अवसर देना चाहिए, इससे पहले कि हम किसी फैसले पर पहुंचें,” उन्होंने कहा।
निष्कर्ष: गोल्फ और क्रिकेट का उज्जवल भविष्य
कपिल देव के विचार यह दर्शाते हैं कि भारतीय गोल्फ और क्रिकेट दोनों का भविष्य बहुत उज्जवल है। गोल्फ को छोटे शहरों में फैलाने की उम्मीद और क्रिकेट टीम चयन में धैर्य रखने की सलाह दोनों ही फैंस और खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक हैं।