Khelo India Para Games 2025: भारत के प्रसिद्ध पैरालंपिक चैंपियन सुमित अंतिल और देवेंद्र झाझरिया ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों का स्वागत किया और उन्हें इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की।

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 का आयोजन 20 से 27 मार्च तक किया जा रहा है, जिसमें छह प्रमुख खेलों में 1300 से अधिक एथलीट अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। ये खेल जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम और डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित किए जाएंगे।

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में होने वाले खेल

  • पैरा बैडमिंटन: 20 मार्च – 22 मार्च
  • पैरा शूटिंग: 21 मार्च – 25 मार्च
  • पैरा तीरंदाजी: 22 मार्च – 23 मार्च
  • पैरा पावरलिफ्टिंग: 23 मार्च – 26 मार्च
  • पैरा टेबल टेनिस: 25 मार्च – 27 मार्च
  • पैरा एथलेटिक्स: 21 मार्च – 23 मार्च

सुमित अंतिल और देवेंद्र झाझरिया का खिलाड़ियों को संदेश

सुमित अंतिल और देवेंद्र झाझरिया, जो भारत के सबसे सफल पैरा एथलीटों में से एक हैं, ने इस आयोजन को खिलाड़ियों के लिए “ओलंपिक सपनों की पहली सीढ़ी” बताया।

सुमित अंतिल ने कहा,
“मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि खेलो इंडिया पैरा गेम्स फिर से हो रहे हैं। यह युवा और अनुभवी एथलीटों दोनों के लिए प्रतिस्पर्धा करने और अपने खेल को सुधारने का एक शानदार मंच है।”

देवेंद्र झाझरिया, जो वर्तमान में भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने बताया कि खेलो इंडिया पैरा गेम्स से लॉस एंजिल्स 2028 पैरालंपिक खेलों के लिए मजबूत तैयारी होगी।

“2024 पेरिस पैरालंपिक में भारत ने रिकॉर्ड 29 पदक जीते थे, जिनमें से कई एथलीट पहले खेलो इंडिया गेम्स का हिस्सा रह चुके थे। मुझे विश्वास है कि इस साल के खेलों में भाग लेने वाले एथलीट आने वाले वर्षों में देश के लिए और भी अधिक पदक जीतेंगे।”

केआईपीजी के पहले संस्करण से स्टार बने जगदीश परमार

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 ने कई नए सितारों को जन्म दिया, जिनमें से एक जगदीश परमार थे। गुजरात के इस दृष्टिबाधित लॉन्ग जंपर ने 4.59 मीटर की छलांग लगाकर T11-13 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता था।

जगदीश परमार ने कहा,
“खेलो इंडिया गेम्स में पहचान मिलने के बाद मेरी जिंदगी बदल गई। इस साल मैं और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं।”

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 – भारत के पैरा एथलीट्स के लिए सुनहरा अवसर

खेलो इंडिया पैरा गेम्स न केवल एक प्रतियोगिता है बल्कि यह युवा पैरा एथलीटों के लिए एक लॉन्चपैड भी है, जहां वे अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं और भविष्य में पैरालंपिक जैसे वैश्विक मंचों के लिए तैयारी कर सकते हैं।