इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार की रात एक ऐतिहासिक क्षण में भारतीय पुरुष खो-खो टीम ने नेपाल को 54-36 से हराकर पहला खो-खो वर्ल्ड कप 2025 खिताब जीतकर खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया। कप्तान प्रतीक वैकर और टूर्नामेंट के सितारे रामजी कश्यप के शानदार प्रदर्शन ने इस यादगार जीत में अहम भूमिका निभाई। भारतीय महिला टीम ने भी नेपाल के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 78-40 के स्कोर के साथ खिताब अपने नाम किया।

प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति में ऐतिहासिक फाइनल

पहले खो-खो वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से गरिमा बढ़ाई। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति पंकज मित्थल, और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। इनके अलावा, ओडिशा के खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज, इंटरनेशनल खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल जी भी उपस्थित थे। यह आयोजन भारतीय खेल की परंपरा से एक वैश्विक मंच तक की यात्रा का प्रतीक बना।

शानदार शुरुआत से भारत का दबदबा

भारत ने पहले अटैक में ही अपना दमखम दिखाया। रामजी कश्यप के शानदार स्काई डाइव ने नेपाल के सूरज पुजारा को आउट किया। सुयश गर्गटे ने भारत साहू को छूकर भारत को 4 मिनट में 10 अंकों की बढ़त दिलाई। स्काई डाइव्स का सिलसिला जारी रहा और पहले टर्न के अंत में भारतीय टीम ने 26-0 की मजबूत बढ़त हासिल कर ली।

नेपाल की वापसी की कोशिश

दूसरे टर्न में नेपाल ने भारतीय टीम को ड्रीम रन से रोका लेकिन बढ़त को नहीं घटा सके। कप्तान प्रतीक वैकर और आदित्य गणपुले ने नेपाल के आक्रमणों को रोका और भारत ने 26-18 की बढ़त के साथ दूसरा हाफ पूरा किया।

भारत का दबदबा और निर्णायक स्कोर

तीसरे टर्न में कप्तान प्रतीक वैकर और रामजी कश्यप ने अपने शानदार डाइव्स और फुर्तीले खेल से स्कोर को 54-18 तक पहुंचा दिया। चौथे और अंतिम टर्न में नेपाल ने कड़ी टक्कर दी लेकिन भारत के रक्षक सचिन भार्गव उर्फ चिंगारी और मेहुल ने अपनी मजबूत दीवार बनाकर टीम को जीत दिलाई।

भारत का खिताबी सफर

ग्रुप स्टेज में भारत ने ब्राज़ील, पेरू, और भूटान को हराकर अपने इरादे साफ कर दिए। क्वार्टरफाइनल में बांग्लादेश और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर जीत दर्ज कर भारत ने अपनी जीत की लय बरकरार रखी।


मैच अवॉर्ड्स:

  • सर्वश्रेष्ठ अटैकर: सुयश गर्गटे (भारत)
  • सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर: रोहित बर्मा (नेपाल)
  • सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: मेहुल (भारत)