इंडिया न्यूज़ : वैसे तो पहलवान कुश्ती के मैदान में ही अच्छे लगते हैं। हालाँकि जबसे WFI और खिलाडियों के बीच विवाद हुआ है, खिलाड़ी कुश्ती संघ अध्य्क्ष के खिलाफ सड़क को ही अपना मैदान बना लिया है। बता दें, बीते रविवार को विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और अन्य सहित शीर्ष भारतीय पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) और उसके अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में लौट आए हैं। प्रदर्शनकारी पहलवानों की मांग है की उनके पिछले विरोध के बाद आश्वासन के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। आश्वासन पर लौटे खिलाड़ियों का ऐसा सब्र टूटा की वो रात भर जंतर-मंतर पर फुटपाथ पर सोए।

तो आइये जानते हैं कौन हैं वृजभूषण सिंह ? जिनके इस्तीफे पर पहलवान फिर सड़क पर लौट आए हैं। वृजभूषण सिंह की अब तक पूरी पटकथा पढ़ें हमारे इस रिपोर्ट में !

6 बार से सांसद हैं वृजभूषण सिंह

बता दें, बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान में यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। वह 6 बार से लोकसभा सांसद हैं। वहीं बृजभूषण पिछले 11 साल से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने बैठे हैं। वह खुद को ‘शक्तिशाली’ कहते हैं। यह आज से नहीं काफी पहले से उनके नाम के आगे जुड़ा हुआ है।

दरअसल, यूपी के गोंडा जिले के बिशनोहर गांव के रहने वाले बृजभूषण बचपन से ही कुश्ती के दांव-पेंच आजमाते रहे हैं। जवानी में उन्होंने अयोध्या के अखाड़ो में जमकर कुश्ती लड़ी। वह छात्र राजनीति में भी काफी सक्रिय थे। जब 1990 के दौर में राम मंदिर को लेकर आंदोलन हुआ तो उन्होंने एक उग्र हिंदु नेता की छवि हासिल की। इनका नाम बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में भी रहा है।

बाहुबली की छवि

मालूम हो, राम मंदिर आंदोलन में सक्रियता ने ही उन्हें यूपी में लोकप्रिय बनाया और उन्हें भाजपा से टिकट भी मिली। वह 5 बार भाजपा के टिकट से सांसद चुने गए, हालांकि 2009 में वह समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव जीते थे। बृजभूषण के बेटे प्रतीक भूषण भी पिछले दो बार से गोंडा सदर से विधायक चुने जा रहे हैं। उनकी पत्नी केतकी देवी सिंह भई वर्तमान में गोंडा जिला पंचायत की अध्यक्ष है। कुल मिलाकर बृजभूषण पूरी तरह से एक बाहुबली छवि वाले नेता हैं।

डकैती, हत्या के प्रयास और दंगे के मामले हैं लंबित

बता दें, 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए भरे गए हलफनामे के मुताबिक बृजभूषण सिंह के खिलाफ डकैती, हत्या के प्रयास और दंगा समेत कुछ अन्य बड़े आरोप भी हैं। 90 के दशक में उनके खिलाफा टाडा (आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधियों) के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। उन पर दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों को शरण देने के आरोप भी लगे थे।

पिछले साल पहलवान को थप्पड़ मंच पर जड़ चुके हैं थप्पड़

बृजभूषण ने पिछले साल रांची में एक इवेंट के दौरान एक युवा रेसलर को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। पहलवान यहां मंच पर आकर इवेंट में हिस्सा नहीं लेने देने की शिकायत दर्ज कर रहा था। इस दरम्यान बृजभूषण ने थप्पड़ मारकर पहलवान को भगा दिया था। जिसका वीडियो खूब वायरल हुआ था।