India News (इंडिया न्यूज), Manu Bhaker On Khel Ratna: पेरिस ओलंपिक में दोहरा पदक जीतने वाली मनु भाकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार में अपना नाम न होने से नाराज हैं। मनु भाकर के पिता ने कहा कि, आवेदन करने के बाद भी उनकी बेटी का नाम नामित खिलाड़ियों की सूची में नहीं आया। दरअसल मनु भाकर के पिता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को एक इंटरव्यू दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि, उन्हें अपनी बेटी को शूटिंग में डालने का अफसोस है। उसे क्रिकेट में जाना चाहिए था। अगर वह ऐसा करती तो उसे पूरा समर्थन और पुरस्कार मिलते। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, मनु ने एक ही सीजन में दो ओलंपिक जीते, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मेरी बेटी से और क्या उम्मीद की जा सकती है।
मनु के पिता ने चौंकाने वाली बात कही
मनु के पिता यहीं नहीं रुके। उनके मुताबिक मनु ने कहा कि मुझे ओलंपिक में जाकर देश के लिए पदक नहीं जीतना चाहिए था। निराश होकर उसने यहां तक कह दिया कि मुझे खिलाड़ी नहीं बनना चाहिए था।खेल मंत्रालय ने कहा कि मनु ने आवेदन नहीं किया लेकिन उनके पिता की प्रतिक्रिया इससे अलग है। एक अन्य बातचीत में उन्होंने कहा कि वह चार साल से पद्मश्री जैसे पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही हैं। मनु ने कुछ सालों में नकद पुरस्कार के लिए 49 आवेदन किए लेकिन सभी खारिज हो गए। इस बीच ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो मनु भाकर का नाम खेल पुरस्कारों की अंतिम सूची में शामिल हो सकता है। उनका नाम आने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक खेल मंत्रालय ऐसा करने जा रहा है।
खेल मंत्रालय करेगा ये काम
पीटीआई के मुताबिक खेल मंत्री मनसुख मंडाविया एक-दो दिन में सिफारिशों पर फैसला लेंगे। मनु भाकर का नाम उस अंतिम सूची में आने की संभावना है। मनु भाकर का मुद्दा सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है और उन्हें प्रशंसकों का खूब समर्थन मिल रहा है। भाकर ने पेरिस ओलंपिक में व्यक्तिगत और मिश्रित स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीता था।