India News (इंडिया न्यूज), Manu Bhakar Read Bhagavad Gita: पेरिस ओलपिंक खत्म हो गया है। भारत ने पेरिस ओलपिंक में कुल 6 पदक जीते है। जिसमें एक सिल्वर मेडल और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। जिसके बाद पेरिस में जारी ओलंपिक खेलों के दूसरे दिन रविवार को भारतीय महिला शूटर मनु भाकर ने शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बारे में बात करते हुए मनु भाकर ने खुलासा किया कि मैच के दौरान उन्होंने भगवद गीता के बारे में सोचा। भाकर ने कहा कि इस पदक की उन्हें बहुत लंबे समय से प्रतीक्षा थी और इस उपलब्धि को पाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है।

भगवद गीता का असर


भाकर ने बताया कि मैच से पहले उन्होंने भगवद गीता पढ़ी थी, और वही उनके लिए मानसिक शक्ति का स्रोत बनी। उन्होंने कहा, “मैच के दौरान मैं केवल भगवद गीता और अर्जुन के बारे में सोच रही थी। भगवद गीता ने मुझे तनाव के पलों में शांत रहने में मदद की।”

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भविष्य की आशाएं

भाकर ने भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “इस बार कांस्य पदक जीता है, लेकिन अगली बार और भी बेहतर करने की उम्मीद है। मैं हमेशा पूरी ऊर्जा और जोश के साथ संघर्ष करती हूं और भविष्य में और भी ज्यादा पदक जीतने की दिशा में देख रही हूं।”

परिश्रम और किस्मत

उन्होंने दार्शनिक अंदाज में कहा, “जैसे ही क्वालीफिकेशन राउंड खत्म हुआ, मुझे नहीं पता था कि चीजें कैसे जा रही थीं। हमें कड़ा परिश्रम करना होता है और बाकी किस्मत और भगवान पर छोड़ देना होता है।”

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मनु भाकर की यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम और मानसिक दृढ़ता की गवाह है, और यह भारतीय खेलों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।