India News ( इंडिया न्यूज),Mohammad shami: मोहम्मद शमी इन दिनों अपनी गेंदबाजी से ज्यादा एनर्जी ड्रिंक पीने के लिए चर्चा में हैं क्योंकि 4 मार्च को मैच के दौरान ली गई तस्वीर को दो दिन बाद विवाद के तौर पर पेश किया गया कि शमी ने रमजान के महीने में रोजा नहीं रखा जो कि धर्म के खिलाफ है। हैरानी की बात यह है कि जो लोग इस तस्वीर के आधार पर शमी को ट्रोल कर रहे हैं उन्हें शायद न तो देश की परवाह है और न ही देश के लिए कुछ करना है। शमी को धर्म विरोधी घोषित करने के लिए पिछले कुछ समय से चलाए जा रहे अभियान के बारे में जब उनके कोच बदरुद्दीन से बात की गई तो उन्होंने जो बयान दिया उससे एक बात तो साबित हो गई कि शमी के लिए देश सबसे ऊपर है और बाकी चीजें बाद में आती हैं, चाहे उन्हें किसी भी कटघरे में खड़ा कर दिया जाए।
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‘शमी फाइनल में भी नहीं रखेंगे रोजा’
चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच 9 मार्च को खेला जाना है और अगर भारत को टूर्नामेंट जीतना है तो टीम को शमी की गेंदबाजी की जरूरत होगी। शमी के कोच ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि देश की खातिर शमी फाइनल में भी रोजा नहीं रखेंगे। शमी के इस फैसले की विशेषज्ञों ने भी तारीफ की और कहा कि दुबई की गर्मी में रोजा रखना मौत को गले लगाने जैसा है और देश हित में शमी का यह फैसला सराहनीय है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई रोजा छूट जाता है तो उसे दोबारा रखने का प्रावधान है और ईद के बाद 7 दिन ऐसे हैं जिनमें शमी अपना छूटा हुआ रोजा रख सकते हैं। टीम सूत्रों की मानें तो शमी मैच के अलावा हर दिन रोजा रख रहे हैं और जो रोजा वह छोड़ रहे हैं वह देश के लिए अपना फर्ज निभाते हुए छोड़ रहे हैं।
चैम्पियन ट्रॉफी में शमी का जलवा जारी Mohammad shami
चोट से वापसी करने के बाद शमी शानदार फॉर्म में हैं और बांग्लादेश के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में 5 विकेट लेकर उन्होंने संकेत दे दिया था कि वह इस टूर्नामेंट में भारत के लिए किस तरह की भूमिका निभाने वाले हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में खेले गए 4 मैचों में शमी 19.88 की औसत और 4.97 की इकॉनमी रेट से 8 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्रेविस हेड के खिलाफ शमी ने जिस तरह से अपना पहला स्पैल फेंका, उससे साफ हो गया कि वह धीरे-धीरे फॉर्म में वापस आ रहे हैं। भले ही दुबई की पिच धीमी है और तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं करती है, लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि शमी अपने अनुभव से मैच में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।