India News (इंडिया न्यूज), Bengaluru Stadium Stampede Case : बेंगलुरु पुलिस ने बुधवार 4 जून को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के सिलसिले में आरसीबी के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार किया है।
आरसीबी के लिए डियाजियो इंडिया में मार्केटिंग और रेवेन्यू के हेड सोसले को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया, जब वह कथित तौर पर मुंबई के लिए उड़ान भर रहे थे। इसके अलावा, विजय समारोह के आयोजक डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड के तीन कर्मचारियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
किरण, सुमंत और सुनील मैथ्यू नाम के कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में चल रही थी, जहां भगदड़ के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें आरसीबी, इवेंट ऑर्गनाइजेशन कंपनी और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) को आरोपी बनाया गया था। इस बीच, केएससीए सचिव और कोषाध्यक्ष फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके घर पहुंची, लेकिन वे नहीं मिले।
सोसाले ने कर्नाटक हाई कोर्ट में दायर की याचिका
सोसले ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी गिरफ़्तारी को अवैध और मनमाना बताया है। सोसले ने कोर्ट से अपील की है कि उनकी गिरफ़्तारी मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है और राजनीतिक दबाव का नतीजा है। इस बीच, कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने इस पूरे मामले से खुद को अलग कर लिया है।
हादसे की जिम्मेदारी जबरन RCB अधिकारियों पर डाली जा रही – याचिकाकर्ता
इस पूरे मामले में निखिल सोसले की याचिका में कहा गया है कि यह गिरफ्तारी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा की गई है। याचिका में सोसले ने कहा- यह स्पष्ट है कि याचिकाकर्ता की गिरफ्तारी का समय और तरीका दर्शाता है कि यह गिरफ्तारी माननीय मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देश पर की गई, जिसमें किसी भी जांच प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, यह गिरफ्तारी दुर्भावनापूर्ण है और दुर्घटना की जिम्मेदारी जबरन आरसीबी और उसके अधिकारियों पर डालने का प्रयास है।
पुलिस प्रशासन पर गिरी गाज
यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब कर्नाटक सरकार ने व्यवस्था में चूक के लिए बेंगलुरु सिटी कमिश्नर बी दयानंद सहित शीर्ष पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, जिसके कारण भगदड़ मची, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 64 अन्य घायल हो गए।