2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की तैयारी और भारतीय खेल तंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित पहले कॉरपोरेट राउंड टेबल सम्मेलन में कंपनियों से एक खेल को अपनाने का आग्रह किया।
डॉ. मंडाविया ने 2047 तक भारत को दुनिया के शीर्ष पांच खेल प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल करने के दृष्टिकोण पर बल दिया। उन्होंने खेल सुविधाओं और प्रतिभा विकास कार्यक्रमों के निर्माण में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
प्रत्येक कॉरपोरेट को एक खेल अपनाने का सुझाव
डॉ. मंडाविया ने कहा, “हर कॉरपोरेट इकाई को एक खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि संसाधनों का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके और सीएसआर निवेश के साथ प्रभावी एथलीट ब्रांडिंग और प्रचार गतिविधियों को जोड़ा जा सके।”
उन्होंने जिला स्तर के स्कूलों में खेल सुविधाओं को उन्नत करने, ओलंपिक प्रशिक्षण केंद्र और खेल अकादमियों के विकास और TOPS एथलीटों की कोचिंग व प्रशिक्षण में वित्तीय सहायता का भी आह्वान किया।
खेल मंत्री के साथ ओपन हाउस चर्चा
इस बैठक में 40 से अधिक कॉरपोरेट प्रतिनिधियों और खेल संगठनों ने भाग लिया।
जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के एमडी पार्थ जिंदल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह पहली बार है जब माननीय खेल मंत्री ने कॉरपोरेट जगत के साथ लगभग तीन घंटे बिताए। उन्होंने हमारी राय जाननी चाही कि भारतीय खेलों को कैसे आगे ले जाया जाए। सरकार और कॉरपोरेट्स मिलकर काम करेंगे तो 2036 ओलंपिक में अधिक पदक हासिल किए जा सकते हैं।”
ग्रामीण भारत में खेल विकास की प्राथमिकता
आईसीआईसीआई बैंक के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष पीके सिन्हा ने ग्रामीण क्षेत्रों में खेल सुविधाओं के विकास के विचार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “ग्रामीण भारत में खेल विकास समय की मांग है। छह लाख से अधिक गांवों में छिपी प्रतिभा को निखारने की जरूरत है। आईसीआईसीआई बैंक इस दिशा में सहयोग के लिए तैयार है।”
डालमिया सीमेंट की जिला स्तरीय खेल स्कूलों में रुचि
डालमिया सीमेंट भारत के एमडी पुनीत डालमिया ने कहा, “आज के युवा लगभग 7-8 घंटे मोबाइल और टैबलेट पर बिताते हैं। हमें एक फिट और स्वस्थ पीढ़ी चाहिए, और इसके लिए हमें टियर-2 और टियर-3 शहरों में खेल को प्राथमिकता देनी होगी। डालमिया ग्रुप इस दिशा में खेल ढांचा विकसित करने को तैयार है।”
खेलो इंडिया मिशन और अन्य साझेदारी के अवसर
कॉरपोरेट्स खेलो इंडिया मिशन, स्वदेशी खेल, पैरा स्पोर्ट्स और महिला खेल कार्यक्रमों के लिए भी साझेदार बन सकते हैं। साथ ही स्पोर्ट्स साइंस सेंटर और परफॉर्मेंस टेस्टिंग लैब्स की स्थापना में योगदान कर सकते हैं।