India News(इंडिया न्यूज), Suryakumar Yadav: सूर्यकुमार यादव भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। लेकिन उन्होंने बाउंड्री पर ऐसा कैच लपका कि चर्चाएं अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इरफान पठान, नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई दिग्गजों ने इस कैच को अपनी यादों में रखा और सूर्यकुमार यादव की खूब तारीफ भी की। भारत में हर तरफ लोग बस इनके कैच की तारीफ करते नजर आ रहे हैं, लेकिन इस कैच की वजह से हारने वाले साउथ अफ्रीका ने इसे गलत करार दिया है। जिस पर सुर्यकुमार ने इस कैच पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

आखिरी ओवर में 6 बॉल पर 10 रन चाहिए था

फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम जीस तरह से खेल रही थी उसने सभी भारतीय फैन की सांसें रोक दी थीं। टीम इंडिया का जीत प्रतिशत सिर्फ 4 या 5 था। आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे और क्रीज पर थे खूंखार डेविड मिलर। हार्दिक पांड्या की पहली गेंद लोअर फुलटॉस थी और मिलर ने पूरी ताकत से अपना बल्ला घुमाया। गेंद को देखकर साफ लग रहा था कि यह बाउंड्री पार जाएगी और पूरे 6 रन देगी। लेकिन सूर्या गेंद की तरफ दौड़ते हुए आए और कैच लपका, फिर जब उनका संतुलन बिगड़ा तो उन्होंने गेंद को बाहर फेंका, फिर अंदर आकर दोबारा कैच पूरा किया। जिसके बाद बारबाडोस का मैदान गूंज उठा। मानो सूर्या ने कैच नहीं बल्कि टी20 विश्व कप पकड़ लिया और हुआ भी ऐसा ही। मिलर के आउट होते ही हार्दिक ने बाकि के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया और भारतीय टीम यह मैच 7 रन से जीत गई। लेकिन भारत की खिताबी जीत के बाद साउथ अफ्रीका ने इसका विरोध किया।

कैच पर सूर्या ने क्या कहा

कैच को लेकर सोशल मीडिया पर खूब हंगामा हुआ। सूर्या ने एक मीडिया चैनल में इस कैच के बारे में विस्तार से बताया। सुर्यकुमार ने कहा कहा, ‘जब मैंने गेंद को बाहर धकेला और कैच लिया, तो मुझे पता था कि मैंने रस्सी को नहीं छुआ है। मैं सिर्फ एक चीज को लेकर सतर्क था कि जब मैं गेंद को वापस अंदर धकेलूं, तो मेरा पैर रस्सी को न छुए। मुझे पता था कि यह फेयर कैच था। पीछे मुड़कर देखें तो कुछ भी हो सकता था। अगर गेंद छह रन के लिए जाती, तो समीकरण 5 गेंद 10 रन का होता। हम फिर भी जीत सकते थे, लेकिन इसमें अंतर कम होता।’

यह भगवान की योजना थी- सूर्यकुमार याद

सूर्यकुमार ने कहा, ‘मैं देश के लिए कुछ खास करने के उस पल का हिस्सा बनने के लिए बहुत आभारी हूं। यह भगवान की योजना थी।’ आपको बता दें कि सूर्या के इस कैच को देखकर सभी फैंस को 1983 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में कपिल देव का वो कैच याद आ गया जब उन्होंने पीछे की तरफ दौड़ते हुए विवियन रिचर्ड्स का कैच पकड़ा था और वहीं से टीम इंडिया ने मैच में दबाव बनाते हुए पहली बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की थी।

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