India News (इंडिया न्यूज),Champions Trophy 2025:टीम इंडिया ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बना ली है। इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने अपनी गेंदबाजी के दम पर टीमों को बड़ा स्कोर नहीं करने दिया। वहीं बल्लेबाजों ने भी तमाम मुश्किलों के बावजूद टीम की जीत में अहम योगदान दिया। लेकिन इस पूरे टूर्नामेंट में टीम की फील्डिंग ने सबसे ज्यादा निराश किया और भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा 11 कैच टपकाकर सबको चौंका दिया। फाइनल में भी भारतीय टीम ने कैच टपकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और पूरे टूर्नामेंट में अपना सबसे खराब प्रदर्शन करके सबको चौंका दिया।
रविवार 9 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ टूर्नामेंट के फाइनल में टीम इंडिया से अपनी फील्डिंग में सुधार की उम्मीद थी। इस मोर्चे पर भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के पहले मैच से ही पिछड़ रही थी। फील्डिंग तो फिर भी बेहतर दिखी, लेकिन कैचिंग के मामले में बस यही लगा कि भारतीय खिलाड़ी हाथों पर मक्खन लगाकर आए हैं, जिसकी वजह से वे गेंद को पकड़ नहीं पा रहे हैं। फाइनल में भी कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक का अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया और 4 कैच टपकाए।
इन खिलाड़ियों ने की गल्ती
फाइनल में कप्तान रोहित शर्मा समेत टीम इंडिया के 4 अलग-अलग खिलाड़ियों ने कैच टपकाए। इसकी शुरुआत मोहम्मद शमी से हुई, जब उन्होंने पारी के सातवें ओवर में अपनी ही गेंद पर रचिन रवींद्र का कैच टपका दिया। रचिन को अगले ही ओवर में एक और जीवनदान मिला और इस बार यह गलती टीम के सबसे बेहतरीन फील्डरों में से एक श्रेयस अय्यर से हुई। उन्होंने 8वें ओवर में वरुण चक्रवर्ती की गेंद पर रचिन का कैच टपका दिया। रचिन ने इसके बाद कुछ बड़े शॉट लगाए लेकिन कुलदीप ने उनकी पारी का अंत कर दिया।
इसके बाद 35वें और 36वें ओवर में भी टीम इंडिया ने लगातार कैच टपकाए। अक्षर पटेल के पहले ओवर में कप्तान रोहित शर्मा ने डेरिल मिशेल का थोड़ा मुश्किल कैच टपकाया। उन्होंने इसे एक हाथ से पकड़ने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। तब मिशेल 38 रन पर थे और 63 रन बनाकर आउट हुए। फिर अगले ही ओवर में रवींद्र जडेजा की गेंद पर शुभमन गिल ने ग्लेन फिलिप्स को बाउंड्री के पास जीवनदान दिया। हालांकि, फिलिप्स 2 ओवर के अंदर ही आउट हो गए।
सबसे ज्यादा कैच टपकाए
इसके साथ ही टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सबसे ज्यादा कैच टपकाने वाली टीम भी बन गई। टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में कुल 11 कैच टपकाए। भारतीय टीम ने हर मैच में विरोधी बल्लेबाजों को जीवनदान दिए और इसमें भी 4 मैचों में उसने हर बार कम से कम 2 बार कैच टपकाने की गलती की। फाइनल में टीम इंडिया ने न सिर्फ 4 कैच टपकाए, बल्कि एक रन आउट का मौका भी गंवा दिया, जब रवींद्र जडेजा के थ्रो पर कुलदीप यादव स्टंप के पास आने की बजाय दूर खड़े होकर गेंद को देखते रहे। इसके चलते कीवी टीम का विकेट गिरने से बच गया। इन जीवनदानों का फायदा उठाकर न्यूजीलैंड ने 251 रन बनाए।
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