India News (इंडिया न्यूज), Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया का सफर अब तक बेहद शानदार रहा है। भारतीय टीम बिना एक भी मैच हारे फाइनल में पहुंच गई है। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने से पहले उसने न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की थी। कुल मिलाकर टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाए रखा है। इस दमदार प्रदर्शन में खिलाड़ियों का तो योगदान है ही, लेकिन टीम के हेड कोच गौतम गंभीर का भी बड़ा हाथ है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उन्होंने 4 बड़े फैसले लिए, जो जीत की वजह बने और भारत को फाइनल का टिकट दिलाया। हालांकि, इन फैसलों के लिए पहले उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। आइए जानते हैं गंभीर के गेम चेंजिंग फैसलों के बारे में।
5 स्पिनर और वरुण चक्रवर्ती का चयन
जैसे ही भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी टीम में 5 स्पिनरों के नामों की घोषणा की, इसे लेकर बवाल मच गया। हर कोई इस फैसले के खिलाफ था और हेड कोच गंभीर के साथ-साथ भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पर भी सवाल उठ रहे थे। यशस्वी जायसवाल को बाहर करके वरुण चक्रवर्ती को चुनने पर उनकी काफी आलोचना हो रही थी। लेकिन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह गेम चेंजर साबित हुए। न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 5 विकेट और सेमीफाइनल में ट्रैविस हेड समेत 2 अहम विकेट चटकाए।
हर्षित राणा का चयन
चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक पहले जसप्रीत बुमराह को चोट के कारण टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उनकी जगह हर्षित राणा को शामिल किया गया। क्रिकेट विशेषज्ञों ने हर्षित के चयन पर सवाल उठाए थे। अनुभव की कमी के कारण सभी का मानना था कि उनकी जगह मोहम्मद सिराज को चुना जाना चाहिए था।
लेकिन हर्षित ने गंभीर के फैसले को सही साबित किया। पहले दो मैचों में वह विरोधी टीम की साझेदारी तोड़ने वाले गेंदबाज बनकर उभरे। उन्होंने पावरप्ले के साथ-साथ मिडिल और डेथ ओवरों में भी शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ कुल 4 विकेट चटकाए और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
अक्षर पटेल की बल्लेबाजी पोजीशन
अक्षर पटेल को नंबर 5 पर भेजने के लिए गौतम गंभीर की काफी आलोचना हुई थी। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि यह एक अहम बल्लेबाजी पोजीशन है और अक्षर पटेल निचले क्रम के बल्लेबाज हैं। लेकिन अक्षर ने इस टूर्नामेंट में साबित कर दिया कि वह गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी मैच का रुख पलट सकते हैं। उन्होंने सेमीफाइनल में विराट कोहली के साथ 44 रनों की अहम साझेदारी की और टीम को दबाव से बाहर निकाला। इससे पहले जब भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ 30 रन पर 3 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रहा था, तब उन्होंने 46 रन बनाए और श्रेयस अय्यर के साथ 98 रन जोड़े।
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राहुल की बल्लेबाजी स्थिति
केएल राहुल आमतौर पर वनडे में नंबर 5 पर खेलते हैं, लेकिन इस टूर्नामेंट में उन्हें अक्षर पटेल से नीचे भेजा जा रहा है। गंभीर के इस फैसले को लेकर कहा जा रहा था कि वह राहुल का करियर बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन राहुल ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में नाबाद 41 रन बनाकर टीम को मैच जिताया। फिर सेमीफाइनल में भी उन्होंने नाबाद 42 रन बनाए। जब वह बल्लेबाजी करने आए तो मैच फंसता हुआ लग रहा था। लेकिन उनकी ताबड़तोड़ पारी ने भारत को दबाव से बाहर निकाला।