India News (इंडिया न्यूज), Usman Khwaja: पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा अपने जूते पर एक संदेश लिखकर आए थे। उनके जूते पर लिखा था “All Lives Are Equal” (सभी जीवन समान हैं) लिखकर आए थे। उन्होंने यह संदेश इजराइयल-हमास युद्ध पीड़ितों के लिए लिख रहा था। जिसके बाद आईसीसी ने इस पर रोक लगा दी। हालांकि, उन्होंने अब यह नया काम किया है।
बांह पर काली पट्टी
आईसीसी के रोक के बाद उस्मान ख्वाजा ने संदेश लिखे जूतों को टेप से ढक लिया। इसके बाद उन्होंने अपनी बांह पर काली पट्टी पहनकर बल्लेबाजी करने उतरे। ख्वाजा का बांह पर काली पट्टी पहनने का निर्णय इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष से प्रभावितों के समर्थन के लिए था।
इंस्टाग्राम पर शेयर किया वीडियो
उनके रुख को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से स्पष्ट किया गया जहां उन्होंने समानता और मानवाधिकारों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “सभी का जीवन समान है। स्वतंत्रता एक मानव अधिकार है। मैं मानवाधिकारों के लिए आवाज उठा रहा हूं।’ मानवीय अपील के लिए, अगर आप इसे किसी और तरीके से देखें, तो यह आप पर है…” ख्वाजा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो संदेश को कैप्शन दिया।
उनके लिए बोल रहा जिनके पास आवाज नहीं
मैंने अपने जूतों पर जो लिखा है, वह राजनीतिक नहीं है।’ मैं किसी का पक्ष नहीं ले रहा हूं। मेरे लिए मानव जीवन एक समान है। एक यहूदी जीवन एक मुस्लिम जीवन के बराबर है, एक हिंदू जीवन के बराबर है इत्यादि। ख्वाजा ने चैनल 7 को बताया, मैं सिर्फ उन लोगों के लिए बोल रहा हूं जिनके पास आवाज नहीं है।
कप्तान कमिंस ने की बात
कप्तान पैट कमिंस ने उल्लेख किया कि उन्होंने ख्वाजा से बात की थी, जिन्होंने पुष्टि की कि वह मैच के दौरान अपने जूते पर बयान प्रदर्शित नहीं करेंगे। हालाँकि, कमिंस ने भी ख्वाजा के समानता के संदेश के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने उनसे तुरंत बात की और ख्वाजा ने कहा कि वह बयान लिखे जूते नहीं पहनेंगे।”
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