India News (इंडिया न्यूज), Mahendra Singh Dhoni: क्रिकेट जगत के रहस्यमयी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के बारे में कोई भी भविष्यवाणी, बस कयास है। धोनी के दिमाग में क्या चल रहा है, यह तो सिर्फ धोनी ही जानते हैं। आईपीएल खत्म होने के बाद गायब हुए धोनी एक बार फिर लौट आए हैं और उनकी महज आहट ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है।
धोनी की एंट्री हमेशा अलग होती है, फिर चाहे वो क्रिकेट का मैदान हो या सोशल मीडिया। वो हर बार नए अंदाज में सामने आते हैं और अपने फैसलों से क्रिकेट फैंस को चौंका देते हैं। किसने सोचा होगा कि महेंद्र सिंह धोनी अचानक टेस्ट क्रिकेट, फिर कप्तानी और फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर देंगे। अब उन्होंने आईपीएल से भी अपने संन्यास की चर्चाओं को हवा दे दी है। हालांकि, इस बार उन्होंने अपने फैंस को मोर्स कोड में संदेश भेजा है। आइए जानते हैं इस मोर्स कोड के बारे में…
आईपीएल शुरू होने से पहले चर्चा में धोनी
आईपीएल 2025 का खुमार सिर चढ़कर बोलने लगा है, लेकिन आईपीएल हो और धोनी की चर्चा न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। इस बार भी धोनी के संन्यास को लेकर चर्चाएं तेज हैं। दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के पहले अभ्यास सत्र के लिए चेन्नई पहुंच चुके हैं। इस दौरान उन्होंने काले रंग की टी-शर्ट पहन रखी थी। इस पर मोर्स कोड में कुछ लिखा हुआ था, जिसे डिकोड करने के बाद उनके प्रशंसक भावुक हो गए हैं।
एक आखिरी बार…
महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। वह सिर्फ आईपीएल खेलते हैं। माही के लाखों प्रशंसकों के लिए यह एकमात्र मौका है, जब वह अपने पसंदीदा खिलाड़ी को मैदान पर हेलीकॉप्टर शॉट लगाते देख सकते हैं। हालांकि, आईपीएल से उनके संन्यास की चर्चा भी काफी समय से हो रही है। पिछले सीजन में उन्होंने कप्तानी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंपकर संन्यास का संदेश भी दिया था। इस बार वह काले रंग की टी-शर्ट में नजर आए, जिस पर मोर्स कोड में ‘एक आखिरी बार’ लिखा हुआ था। इससे प्रशंसक अंदाजा लगा रहे हैं कि यह माही का आखिरी सीजन हो सकता है।
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क्या है मोर्स कोड?
मोर्स कोड एक तरह की सांकेतिक भाषा है, जिसमें संदेश लिखने के लिए डॉट्स और डैश का इस्तेमाल किया जाता है। मोर्स कोड की खोज सैमुअल मोर्स ने की थी। 1844 में उन्होंने मोर्स कोड में पहला टेलीग्राफ संदेश भेजा था, जो वाशिंगटन डीसी और बाल्टीमोर के बीच भेजा गया था, यह दुनिया की पहली टेलीग्राफ लाइन थी और संचार युग की शुरुआत भी यहीं से हुई थी। 1851 में अंतर्राष्ट्रीय मोर्स कोड की खोज हुई, जिसका इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध, कोरियाई युद्ध, वियतनाम युद्ध में किया गया था। महेंद्र सिंह धोनी की काली टी-शर्ट पर भी मोर्स कोड में यही संदेश लिखा था
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