2024 में भारतीय सरकार ने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कारों की घोषणा की, लेकिन इस बार हैरान करने वाली बात यह रही कि क्रिकेट के किसी भी खिलाड़ी को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित नहीं किया गया। क्रिकेट भारत का सबसे लोकप्रिय और सफल खेल है, फिर भी इस बार इसका प्रतिनिधित्व नहीं हुआ। यह सवाल उठाता है कि क्या कारण हैं कि 2024 में क्रिकेट खिलाड़ियों को ये पुरस्कार नहीं मिले, और क्या भविष्य में क्रिकेट खिलाड़ी इन पुरस्कारों के हकदार हो सकते हैं? आइए पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड और आंकड़े देखें और जानें कि क्या कारण हो सकते हैं और भविष्य में कौन से खिलाड़ी इन पुरस्कारों के संभावित दावेदार हो सकते हैं।

पिछले 10 वर्षों में क्रिकेट और पुरस्कारों का इतिहास:

2014 – क्रिकेट का स्वर्णिम काल

  • रविचंद्रन अश्विन (क्रिकेट) को 2014 में खेल रत्न पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार क्रिकेट के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सम्मान था।
  • अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी रहे रोहित शर्मा, शिखर धवन और युवराज सिंह जैसे प्रमुख क्रिकेट खिलाड़ी।

2015-2017 – क्रिकेट और अन्य खेलों का उत्थान

  • इस समय में रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने भारत को कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में सफलता दिलाई। लेकिन इस दौरान बैडमिंटन, कुश्ती और एथलेटिक्स जैसे खेलों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और इन खेलों के खिलाड़ियों को पुरस्कार मिले।
  • पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जबकि नीरज चोपड़ा और विनेश फोगाट ने कुश्ती और एथलेटिक्स में भारत को पहचान दिलाई।

2018-2019 – क्रिकेट और अन्य खेलों का संतुलन

  • महेंद्र सिंह धोनी को 2019 में खेल रत्न पुरस्कार मिला, और रोहित शर्मा को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया।
  • इस दौरान अन्य खेलों जैसे बैडमिंटन और जैवलिन थ्रो में भारत के प्रदर्शन ने क्रिकेट से ज्यादा ध्यान आकर्षित किया।

2020-2023 – क्रिकेट और अन्य खेलों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • विराट कोहली, रोहित शर्मा और ऋषभ पंत ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इनकी उपलब्धियों के बावजूद इनको ये पुरस्कार नहीं मिले।
  • इस दौरान नीरज चोपड़ा (जैवलिन थ्रो), स्वप्ना बर्मन (हेप्थलॉन) और मनु भाकर (शूटिंग) जैसे खिलाड़ियों ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।

2023 – मोहम्मद शमी को अर्जुन पुरस्कार

  • मोहम्मद शमी को 2023 में अर्जुन पुरस्कार मिला, जो उनके शानदार योगदान और भारत की तेज गेंदबाजी में उनकी भूमिका के लिए एक मान्यता थी। शमी की सफलता ने इस पुरस्कार को सही ठहराया।

2024 में क्रिकेट खिलाड़ियों को पुरस्कार क्यों नहीं मिला?

  1. भारत में खेलों की विविधता:
    पिछले कुछ वर्षों में बैडमिंटन, एथलेटिक्स, शूटिंग और हॉकी जैसे खेलों में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। खिलाड़ियों जैसे नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, और हर्मनप्रीत सिंह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिससे इन खेलों के खिलाड़ियों को अधिक पहचान मिली।
  2. क्रिकेट से उच्च उम्मीदें:
    क्रिकेट में विराट कोहली, रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी जैसी महान हस्तियों का लगातार शानदार प्रदर्शन हुआ है। इनकी सफलता अब अपेक्षित बन चुकी है, और इस वजह से इनकी उपलब्धियों को उतना सराहा नहीं गया जितना अन्य खेलों के खिलाड़ियों की।
  3. अन्य खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन:
    2024 में डी. गुकेश ने शतरंज में विश्व चैंपियनशिप जीती, जबकि प्रवीण कुमार ने पैरा एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा हर्मनप्रीत सिंह ने हॉकी में भारत को कांस्य पदक दिलाया। इन ऐतिहासिक उपलब्धियों ने क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों को अधिक तवज्जो दिलाई।

भविष्य में कौन से क्रिकेट खिलाड़ी पुरस्कार के दावेदार हो सकते हैं?

  1. विराट कोहली:
    विराट कोहली का प्रदर्शन लगातार शानदार रहा है। अगर वे अपने फॉर्म में वापस आते हैं, तो वे भविष्य में खेल रत्न या अर्जुन पुरस्कार के दावेदार हो सकते हैं।
  2. रोहित शर्मा:
    रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में भारत को कई मैचों में जीत दिलाई है और उनका रिकॉर्ड भी बेहतरीन है। वे अर्जुन पुरस्कार के प्रमुख दावेदार हो सकते हैं।
  3. ऋषभ पंत:
    युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है और भविष्य में इन पुरस्कारों के लिए एक मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।
  4. यशस्वी जायसवाल:
    युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। उनका लगातार प्रदर्शन उन्हें अर्जुन पुरस्कार के दावेदार बना सकता है।
  5. जसप्रीत बुमराह:
    जसप्रीत बुमराह भारतीय क्रिकेट का एक अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। उनकी शानदार गेंदबाजी और रिकॉर्ड को देखते हुए वे भविष्य में इन पुरस्कारों के प्रमुख दावेदार हो सकते हैं।

2024 में क्रिकेट खिलाड़ियों का खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कारों से वंचित रहना यह दर्शाता है कि भारत में अन्य खेलों की सफलता और विकास हो रहा है। हालांकि, विराट कोहली, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी भविष्य में इन पुरस्कारों के योग्य बन सकते हैं, अगर वे अपने शानदार प्रदर्शन को बनाए रखते हैं।