इंडिया न्यूज(India News): (Wrestling)किर्गिस्तान में होने वाले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के लिए भारतीय दल का एलान हो चुका है। प्रतियोगिता के लिए पहलवानों के साथ-साथ सपोर्टिंग स्टाफ का भी चयन काफी पहले हो गया था। लेकिन अब उनमे से तीन सदस्यों का नाम काट दिया गया है। जिन तीन सदस्यों को किर्गिस्तान दौरे से बाहर किया गया है, उनमें एक नाम ऐसा भी है, जिसने बृजभूषण शरण सिंह की जमकर आलोचना की थी और उन्हें कुश्ती संघ से बाहर करने की मांग का समर्थन किया था।
तीनों के खिलाफ शिकायत आने के बाद नाम काटा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीनों के खिलाफ शिकायत आने के बाद इनका नाम काटा गया है। जीन सदस्यों का नाम काटा गया है। उसमें एक कोच और दो रेफरी शामिल हैं। रेफरी वीरेन्द्र मलिक पर आरोप है कि 2014 में स्कॉटलैंड पुलिस ने उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान रोक लिया था और कई दिन तक पूछताछ की थी। हालांकि, उनके खिलाफ शिकायत करने वाले का नाम नहीं सामने आया था और बाद में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई।
जगवीर मलिक को पहलवानों के धरने में शामिल होने का आरोप
दूसरे रेफरी जगवीर मलिक पर पहलवानों के धरने में शामिल होने और बृजभूषण सिंह का विरोध करने का आरोप है। वह कुछ दिन पहले ही एक पहलवान के साथ मारपीट के चलते भी चर्चा में आए थे। वहीं, कोच राजीव तोमर पर आरोप है कि टोक्यों ओलंपिक में वह अवैध तरीके से शामिल हुए थे। उन पर एक पहलवान को धक्का देने का भी आरोप है।
नई प्रक्रिया की वजह से सदस्यों के नाम कटे हैं-समिति
भारतीय कुश्ती संघ का संचालन फिलहाल एडहॉक समिति कर रही है। इस समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा का कहना है कि सहयोगी स्टाफ के लिए नई प्रकिया लाई गई है। इसी वजह से इन तीनों सदस्यों के नाम किर्गिस्तान जाने वाले दल से हटाए गए हैं। नई प्रक्रिया के तहत विदेश में होने वाली बड़ी प्रतियोगिताओं में सिर्फ चुनिंदा लोग हर बार नहीं जाएंगे। अलग-अलग लोगों को अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भेजा जाएगा। इसी वजह से इन लोगों के नाम हटे हैं। इस मामले में कोई विवाद नहीं है। नई प्रक्रिया की वजह से सदस्यों के नाम कटे हैं।