पेरिस ओलंपिक चैंपियन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन और दक्षिण कोरिया की एन से यंग ने योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रमशः पुरुष और महिला एकल खिताब अपने नाम किए।
एक्सेलसन ने दिखाया दबदबा
अपने करियर में छठवीं बार इंडिया ओपन के फाइनल में खेलते हुए, विक्टर एक्सेलसन ने हांगकांग के ली चेउक यिउ को 21-16, 21-8 से हराया। यह उनका तीसरा इंडिया ओपन खिताब है। पहले गेम में शुरुआत धीमी रही, लेकिन बाद में एक्सेलसन ने आक्रामक खेल से पूरी तरह मैच पर पकड़ बना ली। दूसरे गेम में उन्होंने बिना किसी मुश्किल के जीत दर्ज की।
एन से यंग ने जारी रखा विजय अभियान
महिला एकल में एन से यंग ने थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग को 21-12, 21-9 से हराया। 22 वर्षीय एन से यंग का यह दूसरा इंडिया ओपन खिताब है। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में एक भी गेम नहीं गंवाया और अपने अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन किया।
महिला युगल में जापानी जोड़ी का जलवा
महिला युगल के फाइनल में जापान की अरिसा इगारशी और अयाका सकुरामोटो ने दक्षिण कोरिया की किम हये जंग और कोंग ही योंग को 21-15, 21-13 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
मिश्रित युगल में चीनी जोड़ी का वर्चस्व
मिश्रित युगल में जियांग जेन बैंग और वेई या शिन ने फ्रांस के थॉम गिक्वेल और डेल्फिन डेलरू को 21-18, 21-17 से हराया।
निर्णायक मुकाबले में पुरुष युगल खिताब
पुरुष युगल में मलेशिया के गोह से फी और नूर इज़्ज़ुद्दीन ने दक्षिण कोरिया के किम वोन हो और सेओ सेउंग जे को 21-15, 13-21, 21-16 से हराया। यह एकमात्र फाइनल था जो निर्णायक गेम तक गया।
विजेताओं की सूची
- पुरुष एकल: विक्टर एक्सेलसन (डेनमार्क) ने ली चेउक यिउ (हांगकांग) को 21-16, 21-8 से हराया।
- महिला एकल: एन से यंग (कोरिया) ने पोर्नपावी चोचुवोंग (थाईलैंड) को 21-12, 21-9 से हराया।
- पुरुष युगल: गोह से फी/नूर इज़्ज़ुद्दीन (मलेशिया) ने किम वोन हो/सेओ सेउंग जे (कोरिया) को 21-15, 13-21, 21-16 से हराया।
- महिला युगल: अरिसा इगारशी/अयाका सकुरामोटो (जापान) ने किम हये जंग/कोंग ही योंग (कोरिया) को 21-15, 21-13 से हराया।
- मिश्रित युगल: जियांग जेन बैंग/वेई या शिन (चीन) ने थॉम गिक्वेल/डेल्फिन डेलरू (फ्रांस) को 21-18, 21-17 से हराया।
एक्सेलसन और यंग की प्रतिक्रिया
मैच के बाद एक्सेलसन ने कहा, “यह हफ्ता मेरे लिए मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण था। मैं खुश हूं कि मैंने कड़ी मेहनत की और जीत हासिल की।”
एन से यंग ने अपनी जीत को टीम और प्रशंसकों को समर्पित किया।