India news (इंडिया न्यूज़), Report-Vipin, Haryana:हरियाणा में लोकसभा की सभी दस सीटों पर फिर ‘कमल’ खिलाने के लिए भाजपा माइक्रो मैनेजमेंट पर काम करना शुरू (Haryana) कर दिया हौ पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने का फॉर्मूला भी तैयार कर लिया गया है और नये चेहरों को भी पार्टी के साथ जोड़ने की रणनीति पर काम किया जाएगा।
- फॉर्मूला तैयार किया
- अमित शाह ने बनाई रणनीति
- सभी सीट जीतने का लक्ष्य
नयी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में बुधवार रात ढाई घंटे तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई हाई लेवल मीटिंग में सभी दस सीटों पर मंथन हुआ था और शाह की और से 10 लोकसभा सीट पर किस तरह उतरना है उसका रोडमैप तैयार हो चुका है।
भाजपा को नये चेहरों की तलाश
सूत्रों की माने तो कुछ सीटों पर भाजपा नये चेहरों की तलाश कर रही है। भाजपा का अदंरूनी सर्वे कुछ सीटों को पार्टी के लिए कमजोर मान रहा है तो कुछ सीटों पर मौजूदा सांसदों की ग्राउंड रिपोर्ट सही नहीं है। ऐसे में इन सीटों पर नये चेहरों को उतारना लगभग तय है। सूत्रों के मुताविक शाह ने प्रदेश भाजपा के नेताओं से ऐसी सीटों पर विकल्प के तौर पर दो-दो नाम देने को कहा है।
सभी सीट जीतने का लक्ष्य
बैठक में शाह के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष मौजूद थे , जिन्होंने हरियाणा के प्रभारी बिप्लब कुमार देब, सीएम मनोहर लाल खट्टर और प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से सभी दस सीटों पर रिपोर्ट ली। गौरतलब है कि मोदी लहर में भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी दस सीटों पर जीत हासिल की थी।
गठबंधन पर फैसला भी शाह करेंगे
प्रदेश में भाजपा-जजपा का गठबंधन गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुआ था । गठबंधन को लेकर प्रदेश प्रभारी पार्टी नेतृत्व को रिपोर्ट सौंप चुके हैं। बेशक, हरियाणा इकाई के अधिकांश नेता गठबंधन तोड़ने के पक्ष में हैं, लेकिन शाह की ‘शह’ के बिना कोई भी निर्णय नहीं हो पाएगा। इस संदर्भ में फैसला अब नेतृत्व के स्तर पर ही होगा। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि गठबंधन की गेंद अमित शाह के पाले में है।
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