india news (इंडिया न्यूज़) congress : कर्नाटक जीत के बाद सीएम पद को लेकर कांग्रेस में माहौल गरमाया हुआ है। सभी यह जानना चाहते हैं कि खरगे कर्नाटक सीएम का चुनाव कैसे करेंगे। इसके पीछे का प्रमुख कारण यह है कि कर्नाटक सीएम पद के दोनों दावेदार सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार पार्टी के लिए बेहद खास हैं। दोनों नामों पर मामला इस कदर पेचीदा हो चला है कि कांग्रेस आलाकमान कोई सीएम पद को लेकर फार्मूला तलाश कर रहा है। एक ऐसा फार्मूला जो दोनों दावेदारों को मान्य हो। आलाकमान के फैसले के बाद कांग्रेस में सबकुछ सही हो। बता दें, कांग्रेस के अंदुरुनी सूत्रों से यह बात निकलकर सामने आई है कि सीएम पद के लिए नाम का ऐलान 17 मई को और शपथ ग्रहण समारोह 18 मई को होगा।
कार्यकाल का बंटवारा कर कांग्रेस निकाल सकती है फॉर्मूला
सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि कर्नाटक में सिद्दारमैया व शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री कार्यकाल साझा किया जा सकता है तो कुछ का मानना है कि पर्ची निकाल कर फैसला कर लिया जाए। खबर तो सामने यह भी आ रही है कि शिवकुमार और अपने बीच पद साझा करने का फार्मूला सिद्दारमैया ने ही सुझाया है। इस समय कर्नाटक की राजनीती में यह दोनों फार्मूले चर्चा का विषय बने हुए हैं। सामने जानकारी यह भी निकलकर आ रही है कि सीएम पद पर फैसला आज ही आ सकता है।
सीएम चुनने के लिए कांग्रेस ने नियुक्त किए तीन पर्यवेक्षक
बता दें, कर्नाटक के लिए नया सीएम चुनने में मदद करने के लिए कांग्रेस ने तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए। जिनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह (एआईसीसी जीएस) और दीपक बाबरिया (पूर्व एआईसीसी जीएस) शामिल है। सूचना है कि आज AICC के पर्यवेक्षक कर्नाटक से दिल्ली लौट आएंगे। कांग्रेस के तीनों पर्यवेक्षक व सांसद के. सी. वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली वापसी कर रहे हैं।