इंडिया न्यूज़ : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसके तहत सीएपीएफ के लिए हिंदी और अंग्रेजी भाषा के आलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में पेपर तैयार करने की मंजूरी दी है। सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक यह फैसला अमित शाह के पहल पर लिया गया है। शाह का मानना है कि इससे सीएपीएफ में स्थानीय युवाओं की भागीदारी बढेगी।
बता दें, इस फैसले के बाद अब प्रश्नपत्र हिंदी और अंग्रेजी भाषा के अतिरिक्त बंगाली, गुजराती, असमिया, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तमिल, ओडिया, तेलुगु, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी में तैयार किया जाएगा। इससे लाखों स्थानिय युवाओं की भागीदारी सीएपीएप में बढेगी।
अब इन भाषाओं में होगी परीक्षा
-बंगाली
-गुजराती
-पंजाबी
-कोंकणी
-मणिपुरी
-उर्दू
-तेलुगु
-ओडिया
-तमिल
-असमिया
-मराठी
-कन्नड़
-मलयालम
बता दें, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से आयोजित प्रमुख परीक्षाओं में से एक है। मालूम हो,इस परीक्षा में हर वर्ष लाखों उम्मीदवार शामिल होते है। जानकारी के मुताबिक हिन्दी और अंग्रेजी के अतिरिक्त 13 क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा का आयोजन 01 जनवरी, 2024 से होगा।