नई दिल्ली (Bharat jodo yatra): राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों कश्मीर में चल रही है। सोमवार यानी 30 जनवरी को इसका समापन होगा। इससे पहले रविवार दोपहर राहुल गांधी ने श्रीनगर स्थित लाल चौक पर तिरंगा फहराया। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में सुबह के चरण में वॉक करने के बाद दोपहर 12 बजे लाल चौक पहुंचे। राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।

कांग्रेस नेताओं ने लालचौक पर तिरंगा फहराने से पहले वंदे मातरम् गाया और फिर राहुल गांधी ने यहां तिरंगा फहराया। लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद राहुल गांधी यहां से तुरंत निकल गए। हालांकि यहां मौजूद कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता ने इसके बाद जमकर जश्न मनाया गया।

राहुल गांधी नफरत छोड़ो भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से संदेश देना चाहते हैं- सीएम सुक्खू

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लाल चौक पर मौजूद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जब समाज में नफरत बढ़ रही थी तो राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा शुरू की। राहुल गांधी नफरत छोड़ो भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश को एक संदेश देना चाहते थे कि देश की अखंडता से जो भी खिलवाड़ करेगा कांग्रेस पार्टी उसको सहन नहीं करेगी। कांग्रेस भारत को एकजुट करने के लिए यात्रा शुरु की है।

1992 में मुरली मनोहर और नरेंद्र मोदी ने फहराया था तिरंगा

आज से 31 साल पहले यानी 1992 में मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी 1992 को लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। उस समय नरेंद्र मोदी बीजेपी के सीनियर नेता मुरली मनोहर जोशी की टीम का हिस्सा थे। मुरली मनोहर जोशी के साथ तब मुरली मनोहर जोशी नरेंद्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। बीजेपी के तिरंगा फहराने के ऐलान के बाद कश्मीर घाटी में तनाव का महौल बना हुआ था।