JAMMU NEWS :आज जम्मू में एक बार फिर आईईडी ब्लास्ट हुआ। संभाग के राजोरी जिले के डांगरी इलाके में हुए ब्लास्ट में एक बच्चे की मौत हो गई है और एक की हालत अभी गंभीर है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह डांगरी इलाके की 24 घंटे में दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले नए बर्ष के पहले दिन ही आतंकियों ने लक्षित हत्याओं को अंजाम दिया था। मीडिया जानकारी के अनुसार बताया गया की यह धमाका भी उसी पीड़ितों के घर के पास ही हुआ है। हादसे की जानकारी मिलने के तुरंत बाद मौके पर पुलिस और सुरक्षा बल की टीम पहुंच गई।

साल के पहले दिन ही आतंकी हमला

साल 2023 के पहले दिन रविवार की शाम को नकाबपोश दो आतंकियों ने नियंत्रण रेखा के पास राजोरी जिले के डांगरी गांव में अंधाधुंध फायरिंग किया। इस हादसे में चार लोगों मारे गए। साथ ही छह लोग घायल हुए हैं, घायल हुए तीन की हालत गंभीर है। उन्हें एयरलिफ्ट कर जम्मू के एमसी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।

सोमवार सुबह लोग डांगरी के मुख्य चौक पर शवों को रखकर आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों की मांग किया कि हमारी सेना आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे। साथ ही उन्होंने पीड़ितों के परिवार को मुवाबजा देने की भी बात की, तो इतने गुस्से में कुछ प्रदर्शनकारी राजोरी जिला के एसएसपी को बदलने की भी मांग करने लगे।

ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से होते है आतंकी हमले

जम्मू के जिला जेल परिसर के पास स्थित डांगरी गांव समतल से थोड़ी ऊंचाई पर है और यहां घर भी दूर दूर है। पिछले 1 सप्ताह में एक साथ 2 हादसे , सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल खड़े करते है। धीरज शर्मा जो डांगरी के सरपंच है उन्होंने कहा की , इस हमलवे से हमारे इलाके के सभी लोग बेहद परेशान है। इतने बड़े हादसे के बाद भी अभी तक आतंकियों को समय पर पकड़ा नहीं गया है।

डांगरी से सटा जंगल क्षेत्र हमेशा से ही आतंकियों के लिए भारत में आने का रास्ता रहा है।

डांगरी गांव समतल से काफी ऊंचाई पर है, डांगरी एक तरफ सरानू पोठा के घने जंगल हैं। जो आतंकियों के लिए आवाजाही का रास्ता है। यही कारण है की कई बार इस जंगल को भी खंगाला गया है। भारत की सीमा पर जंगल के होने से आतंवादियो को बहुत बार मौका मिल जाता है। ऐसे वजह से हमारे सैनीक उस जंगल में हमेसा गस्त करते रहते है।