(दिल्ली) : बता दें, एक फरवरी 2023 को मोदी सरकार 2.0 का बजट पेश हुआ था। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया था। इस बजट में अफगानिस्तान के लिए भी विशेष आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया। इस विशेष आर्थिक पैकेज के तहत अफगानिस्तान के विकास कार्यों के लिए भारत 2.5 करोड़ डॉलर की मदद दें की बात कही गयी है। वहीं इस फंड को लेकर देश में सियासत तेज हो गई है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने विशेष आर्थिक पैकेज पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने सवाल पूछा है कि क्या तालिबान को पैसा देना सही है?

बता दें, अफगानिस्तान को फण्ड दिए जाने पर अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘अपने देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और दिल्ली का फंड काट कर तालिबान को फंड देना क्या सही है? लोग इसका सख्त विरोध कर रहे हैं।’ इसके साथ ही केजरीवाल ने समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट को टैग भी किया है। जिसमें कहा गया कि तालिबान ने भारत के केंद्रीय बजट का स्वागत किया है।

तालिबान ने राहत पैकेज पर जताया आभार

बता दें , वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट में अफगानिस्तान के लिए 2.5 करोड़ डॉलर के विकास कार्यों में सहायता पैकेज के प्रस्ताव के बाद तालिबान के नेगोसिएशन टीम के पूर्व सदस्य सुहेल शाहीन ने कहा कि हम अफगानिस्तान के विकास के लिए भारत के सहयोग की प्रशंसा करते हैं। इससे दोनों देशों के बीच संबंधों और विश्वास को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

2021 में तख्तापलट कर तालिबान ने किया अफगान की सत्ता पर कब्ज़ा

बता दें, अगस्त 2021 में तख्तापलट करते हुए तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद अफगानिस्तान और भारत के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। तनावपूर्ण स्थिति में अफगानिस्तान में भारत द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं को रोक दिया गया था। बाद में तालिबान सरकार ने भारत से इन परियोजनाओं को काम बहाल करने का अनुरोध किया था।