India News(इंडिया न्यूज),India News Manch 2023: हर साल की तरह इस साल भी इंडिया न्यूज़ देश का सबसे बड़ा राजनीतिक मंच आयोजन कर रहा है। ये आयोजन दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है। बीते कल यानि बुधवार 13 दिसंबर से शुरु हुए इस कार्यक्रम का आज दूसरा दिन है। बता दें कि ये तीन दिवसीय कार्यक्रम 15 दिसंबर (शुक्रवार), 2023 तक चलेगा। जहां कई सारे दिग्गजों का आगमन हुआ है। वहीं आज इस मंच पर आज स्वामी सुमेधानंद सरस्वती और VHP अध्यक्ष आलोक कुमार पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को लेकर कई चर्चा किया।

हमें विश्वास था कि मंदिर बनेगा

VHP अध्यक्ष पर आलोक कुमार ने कहा कि 1984 से राममंदिर के सभी आंदोलनों का हिस्सा रहा। 1990 में जब दोनों सरकार विरोध में थी, तब हमने काम किया। हमें विश्वास था कि मंदिर बनेगा। अब ये सपना हमरा पूरा हो गया। वहीं स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने बताया कि राम मंदिर की जब चर्चा भी नहीं थी तब हमने एक-एक इक्ट्ठा किया। उस समय हमारा मजाक भी बनता था। जहां कोई चर्चा नहीं वहां हम ईट इक्ट्ठा करते रहे। हनुमानगढ़ से हमने इस आंदोलन की शुरुआत की। इस आंदोलन में कई लोगों ने हमारा साथ भी दिया। जिसकी वजह से आज हमारा ये सपना पूरा होने जा रहे हैं।

अपने हीं सरकार से लड़ाई

आलोक कुमार ने कहा हमारा सबसे दुर्भाग्य यह था कि इन 75 सालों में हम विदेशी सत्ता से नहीं लड़ रहे थें। हम मुगलों से और अंग्रेजों से भी नहीं लड़ रहे थें। हम अपनी हीं चुनी हुई सरकार से लड़ रहे थे। उन्होंने नरसिम्हा राव के द्वारा लिखी गई किताब की भी चर्चा की है। जिसमें लिखा गया कि आंदोलन को रोकने के लिए सरकार ने किन-किन तरीकों को अपनाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे पता नहीं कि प्राण-प्रतिष्ठा के दिन भीड़ जमीन पर होगी या आसमान में।

भव्य रेलवे स्टेशन का निर्माण

स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि आयोध्या का युग आज के इस साइंस युग से भी उपर था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आयोध्या के रुप को पूरी तरह से बदल दिया है। यहां के रेलवे स्टेशन को काफी भव्य तरीके डेवलप किया गया है। बाहर से आने वाले सभी यात्रियों सभी भक्तों के लिए काफी सुविधाजनक रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का निर्माण किया गया है।

ऐसा दिखेगा राम मंदिर

आलोक कुमार ने कहा कि 22 जनवरी को दिखने वाली मंदिर के छवि की कल्पना करना मुश्किल है। यहां पर एक पूरा ईको सिस्टम तैयार किया गया है। 251 फीट की मुर्ति तैयार की गई है। एक म्यूजियम भी बनाया जा रहा है। जहां से निकलने का मन नहीं होगा। इस म्यूजियम काफी रियल पीक्चर दिखेगा। इसके अलावा भंडारा, ऑडिटोरियम, आरती कई तरह की चीजों का निर्माण किया गया है। आपकों यहां घूमने के लिए कम से कम पांच दिन लेकर आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ये शताब्दी भारत की शताब्दी है।

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