India News(इंडिया न्यूज), India News Manch 2023:  इंडिया न्यूज़ हर साल की तरह इस साल भी देश का सबसे बड़ा राजनीतिक मंच आयोजित किया है। ये आयोजन दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है। इसकी शुरुआत आज यानि 13 दिसंबर से हो रही है जो कि 15 दिसंबर, 2023 तक चलेगा। मंच पर देश के कई दिग्गज हस्तियों के साथ तीखे-मीठे सवालों के साथ रूबरू होने जा रहे हैं।  वहीं इस मंच के सभा को आगे बढ़ाने के लिए अब मंच पर मौजूद है आधी आबादी के बारे में बात करने के लिए नॉवेलिस्ट तसनीम खान और साहित्यकार डॉ. कौशल पंवार पहुंची।

महिला सुरक्षा सबसे बड़ी समस्या

चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए चार जातियों के बारे में बात हुई। साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा चलाए  जा रहे महिला सशक्तिकरण योजनाओं को लेकर काफी कुछ बाते हुईं। इस दौरान साहित्यकार डॉ. कौशल पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने सफाई कर्मचारी महिलाओं का पैर धोआ था। भले हीं यह प्रतीक के रुप में रहा हो, लेकिन संदेश काफी गहरा था। उन्होंने कहा कि अभी भी महिलाएं की बातें कही ना कही खुलकर सामने नहीं आ पाती है।

जेंडर सेंसिटिविटी ज्यादा जरुरी

वहीं नॉवेलिस्ट तस्नीम खान ने महिलाओं को संदेश दिया। उन्होंने कहा की समाज में आगे बढ़ना है तो महिलाओं को जंजीरों की इज्जत करनी छोड़नी चाहिए। आजादी का मतलब समझना महिलाओं के लिए बेहद जरुरी है। महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में पता होना बेहद जरुरी है। इस देश की सबसे बड़ी समस्या महिला सुरक्षा है। महिला सुरक्षा के लिए कई तरह के सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम और जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लेकिन इसके बजाए लड़कों के लिए जेंडर सेंसिटिविटी चलाया जाना चाहिए। जिससे की ऐसी घटनाएं हो ही ना। इसे उन्हे कोर्स में शामिल किया जाना चाहिए। इसके लिए सरकार को बच्चे और पैरेंटेंस को इसके बारे में बताना चाहिए।

महिला आरक्षण एक बड़ा बदलाव

वहीं महिला आरक्षण कानून को लेकर कौशल पंवार ने कहा कि बाबा साहब का सपना पूरा होता दिख रहा है। जिस तरह से आरक्षण पॉलिटिक्स में आया। जिसमें एससी महिलाओं को भी बराबर का मौका मिला। इससे यह साफ होता है कि एक बड़ा बदलाव हुआ है। उन्होंने कहा कि बाकि सभी क्षेत्रों की तरह महिलाएं अब अपना जादू पॉलिटिक्स में बढ़-चढ़ कर दिखाएंगी। वहीं तस्नीम खान ने इस बात पर दिल मांगे मोर का नारा लगाया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा  कि अगर 33 फीसदी तक हम आ गए तो आने वाले समय में 50 फीसदी तक पहुच जाएंगे। हमें आरक्षण नहीं बल्कि बराबरी चाहिए।

महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में पता होना जरुरी

वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं पर की गई टिप्पणी पर चर्चा करते हुए तस्नीम खान ने कहा कि कई नेताओं महिला विरोध बयान सुनने को मिलता रहा है। एक नेता ने कहा था कि ‘सीता मर्यादा तोड़ेगी तो हरण तो होगा ही’।ऐसे बयानों को सुनकर काफी निराशा होती है। नेताओं का विजन केवल महिलाओं के घर में रखने का होता है। ना कि उनके लिए एक सुरक्षित समाज का निमार्ण करने का। इसके लिए हमें बड़ा वीजन लाना होगा। वहीं डॉ. कौशल पंवार ने कहा कि ऐसे बयान काफी बड़े स्केल के लोगों को प्रभावित करती है। ऐसे में महिलाओं को अपने वोट के अधिकार का उपयोग करना चाहिए। अपने अधिकारों के इस्तेमाल करने का तरीका महिलाओं को पता होना चाहिए।

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