India News (इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election 2024: पंजाब में बीजेपी की बठिंडा से उम्मीदवार और IAS अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू और राज्य के आम आदमी पार्टी सरकार के बीच खींचतान बढ़ गई है। पंजाब सरकार ने परमपाल कौर का इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर लौटने का आदेश दिया है। हालांकि, केंद्र के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने पहले ही उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें कार्यमुक्त कर दिया है। इस सब के बावजूद परमपाल कौर ने बुधवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) नीत सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वो उनके खिलाफ कोई भी कदम उठा सकती है, लेकिन वो लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेंगी।
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दरअसल ये सब तब शुरू हुआ, जब परमपाल कौर सिद्धू ने पिछले महीने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) का अनुरोध करते हुए इस्तीफा दे दिया था और तीन महीने के नोटिस पीरियड की शर्त को माफ करने का अनुरोध किया था। इसके बाद वो दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी में शामिल हो गईं।
इसे ही लेकर आज इंडिया न्यूज ने अपने प्राइम टाइम शो आकड़े हमारे फैसला आपका में जनता से कुछ सवाल किया। जिसके जवाब कुछ इस प्रकार हैं।
बठिंडा सीट से बीजेपी उम्मीदवार IAS परमपाल कौर के चुनाव लड़ने पर विवाद हो गया है, आपकी राय
चुनाव लड़ना चाहिए
- चुनाव लड़ना चाहिए-46%
- ड्यूटी ज्वाइन करें-30%
- नोटिस पीरियड से छूट मिले-8%
- कह नहीं सकते-16%
क्या IAS/IPS अधिकारियों को रिटायरमेंट या VRS के फ़ौरन बाद राजनीति में आना चाहिए ?
- हाँ-57%
- नहीं-42%
- कह नहीं सकते-1%
आपके लिहाज़ से IAS/IPS को रिटायरमेंट के कितने दिनों के बाद चुनाव लड़ने की छूट मिलनी चाहिए?
- कभी भी चुनाव लड़ें-40%
- 6 महीने बाद-13%
- दो साल के बाद-17%
- कभी नहीं लड़ें चुनाव-29%
- कह नहीं सकते-1%
नौकरशाहों के चुनावी राजनीति में आने का सबसे बड़ा फ़ायदा क्या होता है ?
- सिस्टम की जानकारी-58%
- प्रशासनिक क्षमता-13%
- अनुशासित-कर्मठ नेता-17%
- कह नहीं सकते-12%
क्या पार्टी ज्वाइन करने वाले अफ़सर अपने कार्यकाल के दौरान राजनीतिक पार्टी को फ़ायदा पहुँचाते हैं?
- हाँ-66%
- नहीं-19%
- कुछ हद तक-11%
- कह नहीं सकते-4%