इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में नगर निगम द्वारा बजरंगबली को भेजे गए नोटिस पर लगातार बवाल जारी है। जिले के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नगर निगम दफ्तर में जमकर हंगामा किया। साथ ही नगर निगम के दरवाजे पर आगरा और रांची का ट्रेन टिकट चिपका दिया। बीजेपी ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी मानसिक रोगी हैं, इसलिए उन्हें इलाज कराने के लिए हमने टिकट दिया है। हालांकि इस टिकट से बीजेपी की किरकिरी भी हुई है।
बजरंगबली को नगर निगम ने भेजा था नोटिस
ज्ञात हो, जिले में नगर निगम ने बजरंगबली मंदिर को 400 रुपए का वाटर टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया। जिसको लेकर पिछले 2 दिनों से जिले में विवाद बढ़ गया। हिंदू संगठन के लोगों ने नगर निगम की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जतायी और इसका विरोध किया। वहीं गुरुवार को जिले के बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने नगर निगम दफ्तर पर जमकर बवाल काटा।
अधिकारियों के इलाज के लिए आगरा और रांची का ट्रेन टिकट
नगर निगम कमिश्नर से मिलने के लिए घंटों तक कमिश्नर के चैंबर के बाहर प्रदर्शन किया। निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की लेकिन अफसर उनसे नहीं मिले। इससे नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आगरा और रांची के पागलखाने के टिकट की जगह प्लेटफार्म टिकट चिपका दिया। यह प्लेटफॉर्म टिकट 3-3 रुपए का है और 2 घंटे के लिए इस टिकट से प्लेटफॉर्म में रुकने की अनुमति है।
नगर निगम अधिकारीयों पर देवी -देवताओं के अपमान का आरोप
नगर निगम दफ्तर के बाहर विरोध के बाद बीजेपी जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा कि रायगढ़ से रांची और रायगढ़ से आगरा के लिए टिकट निगम के अधिकारीयों को लेकर आए थे।निगम के अधिकारी मानसिक रोगी है, इनका इलाज होना चाहिए। भविष्य में कोई नगर निगम अधिकारी रायगढ़ वासियों के हितों के साथ कोई खिलवाड़ ना कर सके। निगम के अधिकारी देवी देवताओं का अपमान कर रहे हैं ऐसा उमेश अग्रवाल ने आरोप लगाया।
निगम के अधिकारी करते हैं भ्रष्टाचार
अग्रवाल ने कहा रायगढ़ के अधिकारी खुलेआम भ्रष्टाचार में सम्मिलित हैं।उनको इस बात का डर था कि उनके सामने ये बताएंगे तो उनके पास जवाब नहीं होगा, इसलिए हमसे मिलने से इंकार कर दिए गया। बीजेपी नेता ने कहा कि टिकट अधिकारियों को देने के लिए लाए थे लेकिन अधिकारी अपनी मानसिक स्थिति का इलाज नहीं करना चाहते इसलिए उन्होंने टिकट को लेने से इंकार कर दिया।
नगर निगम ने नोटिस रद्द किया
बजरंगबली को नोटिस भेजे जाने पर हंगामे को देखते हुए निगम उपायुक्त सुतीक्षण यादव कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने मिलने से इंकार कर दिया और टिकट दरवाजे पर चिपका कर चले गए। जिसके बाद उपायुक्त ने मीडिया से सफाई देते कहा कि अमृत मिशन का नल कनेक्शन बांटा गया है। उसमे सभी के यहां जो बकाया है उसके लिए हम लोग सूचना पत्र भेज रहे हैं। इसमें बजरंगबली का नाम लिखा गया, वो गलती से हुआ। उपयुक्त ने कहा कि बिल अभी संबंधित के यहां गया ही नहीं है। अभी कार्यालय में रखा हुआ है, इसे आयुक्त ने निरस्त कर दिया है। उपयुक्त ने ये भी कहा कि जिनसे ये गलती हुई थी उनको नोटिस जारी किया गया है, कार्रवाई की जाएगी.
इस नोटिस पर हो रहा है विवाद
ज्ञात हो, मामला रायगढ़ शहर के वार्ड क्रमांक 18 दरोगापारा में स्थित बजरंगबली मंदिर का है। यहां निगम के द्वारा अमृत मिशन के तहत दो माह का जल कर 400 रुपये बकाया बताया गया। नगर निगम के निर्देश के अनुसार इसी साल फरवरी और मार्च महीना का जल कर बकाया होने की बात लिखी गई थी। इसके अलावा ये भी चेतावनी दी गई कि 15 दिन के भीतर पैसे जमा नहीं करने पर नियमानुसार अतिरिक्त चार्ज जोड़कर वसूली की जाएगी।