India News (इंडिया न्यूज़), RBI Governor, दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को दोहराया कि केंद्रीय बैंक की घोषणा के बाद 2000 रुपये के नोट एक कानूनी रूप से वैध रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बैकों की शाखाओं में भीड़ नहीं लगाए। गवर्नर ने कहा कि 2000 रुपये का नोट मुख्य रूप से 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के Demonetisation के दौरान सिस्टम से निकाले गए पैसे को फिर से भरने के लिए जारी किया गया था।
- RBI ने पास प्रर्याप्त नोट मौजूद
- लोग गंभीरता से ले निर्णय को
- आगे पर फैसला सितंबर में
शक्तिकांत दास ने आज मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में कहा कि अर्थव्यवस्था में रफ्तार बनी रहे इसलिए उच्च मूल्य के नोट जारी किए गए थे। Demonetisation के बाद से 2000 रुपये के नोटों का प्रचलन 50 प्रतिशत से नीचे आ गया है।
लोग गंभीरता से ले
30 सितंबर की समय सीमा के बारे में पूछे जाने पर, गवर्नर ने कहा कि 2000 रुपये के नोट बदलने की समय सीमा तय की गई थी ताकि इसे गंभीरता से लिया जा सके। अगर लोग गंभीरता से नहीं लेंगे तो फिर हम इसे वापस ही नहीं ले पाएंगे।
30 सितंबर आखिरी तारीख
आपको बता दे की भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को संचलन से वापस ले लिया, लेकिन वे कानूनी रूप में वैध बने रहेंगे। इसने बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी करने से रोकने की सलाह दी। लोग 30 सितंबर, 2023 तक किसी भी बैंक शाखा में अपने बैंक खातों में 2000 रुपये के नोट जमा कर सकेंगे और/या उन्हें अन्य मूल्यवर्ग के नोटों में बदल सकेंगे।
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