कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव होना है। बता दें  हो रहे चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने का आज आखिरी दिन है। चुनाव में दो प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद शशि थरूर अभी तक आमने सामने हैं। आज दोनों में से अगर किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो 17 अक्टूबर को इन्हीं दोनों को कांग्रेस डेलीगेट्स वोट करेंगे जिसके नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

शशि थरूर ने पहले ही कह दी थी ये बात

बता दें कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पहले ही कह दिया था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धोखा नहीं दूंगा और वो अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे।  इससे पहले तीसरे प्रत्याशी केएन त्रिपाठी का नामांकन फॉर्म निरस्त हो गया था। खड़गे और थरूर में यदि काई एक आज अपना नाम वापस लेता तब जो एक प्रत्याशी बचेगा वह अध्यक्ष के लिए निर्विरोध चुन लिया जाएगा।

 

24 साल बाद गांधी परिवार से हटकर बनेगा नया अध्यक्ष

लंबे समय से पार्टी के भीतर गैर गांधी को अध्यक्ष बनाने की  मांग उठ रही थी। ऐसे में इस चुनाव में खास ये है कि इस बार कांग्रेस को 24 साल बाद  गांधी परिवार से हटकर नया अध्यक्ष मिलने की उम्मीद है। क्योंकि इस बार के चुनाव में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ रहा है। गौरतलब है सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से और राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्तता के चलते अध्यक्ष चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। हालांकि  वैसे तो अध्यक्ष के लिए कई नामों की चर्चा चल रही है लेकिन अंत तक  दो चेहरों के ही टिके रहने की उम्मीद है।

गांधी परिवार की च्वॉइस हैं खड़गे

बता दें खड़गे के चुनाव लड़ने से ये बात साफ हो चुकी है कि वो गांधी परिवार की च्वॉइस है। इतना ही नहीं लोगों का ये भी कहना है कि ये चुनाव एकतरफा है। पहले से ही  खड़गे का चुनाव जीतना साफ है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि साफ छवि वाले मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं। वह गांधी परिवार के करीबी भी हैं। दलित समाज से आने वाले खड़गे के विपक्षी नेताओं से भी अच्छे संबंध हैं। विधायकों की बगावत के बाद वह पर्यवेक्षक बनकर राजस्थान गए थे।

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